अजमेर. प्रदेश में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच जारी सियासी घमासान के बीच शुरू हुए आरोप-प्रत्यारोप के दौरे से पार्टी के ज्यादातर वरिष्ठ नेता खुद को अलग किए हुए हैं. वहीं, बुधवार को पूर्व पीसीसी चीफ व बीसूका उपाध्यक्ष चंद्रभान ने पायलट के बयान पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस विषय पर वो नहीं बोल सकते हैं. इस पर बोलने के लिए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा अधिकृत हैं.
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के सीएम गहलोत को लेकर दिए गए बयान पर पार्टी के ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं ने चुप्पी साध रखी है. इनमें पूर्व पीसीसी अध्यक्ष व बीसूका के उपाध्यक्ष चंद्रभान भी शामिल हैं. हालांकि, उन्होंने इतना जरूर कहा कि युद्ध कोई भी हो, खत्म होनी चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि पायलट के बयान के मसले पर बोलने के लिए वो अधिकृत नहीं हैं.
असल में चंद्रभान मंगलवार देर शाम अजमेर आए थे, जहां उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया. वहीं, अगले दिन बुधवार को बोर्ड कार्यालय स्थित राजीव गांधी सभागार में उन्होंने 20 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत चल रही योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की. इस दौरान गहलोत और पायलट के बीच जारी शीतयुद्ध के सवाल पर उन्होंने कहा कि युद्ध कोई भी हो, वो खत्म होनी चाहिए. इस बीच गहलोत के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर बोलने के लिए पार्टी प्रभारी अधिकृत व्यक्ति हैं, वो ही इस पर कुछ कह सकते हैं. जहां तक उनकी बात है तो उन पर पार्टी की एडवाइजरी लागू है.
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वहीं, उक्त मसले पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी का बयान आया है. सिंघवी ने कहा कि राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ही इस विषय पर बयान देंगे. इधर, बीसूका उपाध्यक्ष चंद्रभान ने कहा कि ये हम सब के लिए चिंता का विषय है. पार्टी के लिए ये ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि पार्टी का केंद्र और राज्य का शीर्ष नेतृत्व इस मुद्दों को जल्द ही सुलझा लेगा.
20 सूत्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा - बीसूका उपाध्यक्ष चंद्रभान ने बुधवार को अजमेर स्थित राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के रीट कार्यालय में 20 सूत्रीय कार्यक्रम को लेकर बैठक की. इसके तहत जो भी योजनाएं और कार्यक्रम राजस्थान में चल रहे हैं, उसकी प्रगति की भी उन्होंने समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने 20 सूत्रीय कार्यक्रम को गरीबी हटाने का कार्यक्रम करार दिया. साथ ही कहा कि इससे निचले तबके का आर्थिक शोषण रुकेगा.
चंद्रभान ने कहा कि बीते 48 सालों से राजस्थान में 20 सूत्रीय कार्यक्रम को लेकर अच्छा काम हो रहा है. देश में गरीबी कम हुई है. अजमेर में 20 सूत्रीय कार्यक्रम को लेकर जो भी कार्य हुए हैं, वो संतोषजनक है. लेकिन वो इसे भी बहुत अच्छा नहीं कह सकते हैं. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में राजस्थान के साथ ही जिले में भी अच्छा काम हुआ है और आगे जो भी कमी शेष बची है उस पर चर्चा की जा रही है.
नए वित्त वर्ष 23-24 में अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वो भारत सरकार की ओर से जो भी लक्ष्य निर्धारित किए जाते हैं, उनका कार्य योजना तैयार कर शत-प्रतिशत पूरा किए जाएं और वो भी समय पर. गरीब और आमजन को महंगाई से राहत दिलाने के लिए और सुविधाएं प्रदान करने के लिए वर्तमान में राजस्थान सरकार की ओर से 31 फ्लैगशिप योजनाएं चलाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि बैठक में इसको लेकर भी चर्चा हुई है. साथ ही बजट के बाद जो नवीन योजनाएं शुरू हुई हैं. जैसे महंगाई राहत कैंप पर भी बैठक में चर्चा हुई.