अजमेर. प्रदेश की जेलों के बिगड़े हालात को सुधारने की कवायद तेज हो चुकी है. जेल विभाग के मुखिया एन आर के रेड्डी ने राज्य की जेलों में सुधार के लिए प्रत्येक रविवार को बंदियों की बैरक खाली कराने और उसकी साफ-सफाई की व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए हैं. जिसके पीछे खास मकसद यह है कि बंदियों के बैरक साफ होने के साथ-साथ प्रतिबंधित सामान को भी बाहर निकाला जा सकेगा.
वहीं, खास बात यह है कि जेल मुख्यालय में बंदियों के बैरक में लगने वाले पोछे में इस्तेमाल होने वाला फिनायल भी जेल में तैयार किया जाएगा. जेल की फैक्ट्री में बकायदा फिनायल और कपड़े के पोछे का निर्माण किया जाएगा. जिससे बंदियों को साफ और स्वच्छ वातावरण मिल सके.
वर्तमान में ऐसे हैं हालात
प्रदेश भर में बंदी कारागारों में मौजूदा हालात में बंदियों के पास दर्जनों जोड़ी कपड़े, आरामदायक गद्दे, खाद्य सामग्री और डिब्बे सहित अन्य प्रतिबंधित सामान पहुंच जाता है. जेल प्रशासन भी मानवीयता की दृष्टि से सर्द रात में एक दो कंबल रखने की मंजूरी दे देता है. लेकिन बंदी रियायत का फायदा उठाकर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं. ऐसे में साप्ताहिक तलाशी के दौरान प्रतिबंधित वस्तुएं भी खुद ही बाहर आ जाएंगी.
वहीं, बंदियों के बैरक में प्रतिबंधित सामान की मौजूदगी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ACB ने गत वर्ष अजमेर के सेंट्रल जेल में कार्रवाई कर वसूली का लंगर पकड़ा था. जहां बंदियों और जेल प्रहरी की मिलीभगत से सुविधाएं मुहैया कराई जा रही थी.