ETV Bharat / state

अजमेर: प्रदेश की जेलों में हर रविवार बैरक की होगी साफ-सफाई, जेल मुख्यालय ने दिए आदेश - Cleaning will be done in jail every Sunday

प्रदेश की जेलों में अब हर रविवार को कैदियों के बैरक को खाली कराकर साफ-सफाई की जाएगी. यह आदेश जेल विभाग के मुखिया एन आर के रेड्डी ने बुधवार को राज्य की जेलों में सुधार के लिए दिए हैं.

जेल में सफाई, Prison cleaning
जेल में सफाई
author img

By

Published : Jan 8, 2020, 7:33 PM IST

अजमेर. प्रदेश की जेलों के बिगड़े हालात को सुधारने की कवायद तेज हो चुकी है. जेल विभाग के मुखिया एन आर के रेड्डी ने राज्य की जेलों में सुधार के लिए प्रत्येक रविवार को बंदियों की बैरक खाली कराने और उसकी साफ-सफाई की व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए हैं. जिसके पीछे खास मकसद यह है कि बंदियों के बैरक साफ होने के साथ-साथ प्रतिबंधित सामान को भी बाहर निकाला जा सकेगा.

प्रदेश जेलों की बैरक में हर रविवार होगी सफाई

वहीं, खास बात यह है कि जेल मुख्यालय में बंदियों के बैरक में लगने वाले पोछे में इस्तेमाल होने वाला फिनायल भी जेल में तैयार किया जाएगा. जेल की फैक्ट्री में बकायदा फिनायल और कपड़े के पोछे का निर्माण किया जाएगा. जिससे बंदियों को साफ और स्वच्छ वातावरण मिल सके.

पढ़ें- नारा हम हिंदुस्तान का दे रहे हैं, और बच्चों का जीवन बचाने के लिए चाइनीज सामान खरीद रहे हैं : रघु शर्मा

वर्तमान में ऐसे हैं हालात

प्रदेश भर में बंदी कारागारों में मौजूदा हालात में बंदियों के पास दर्जनों जोड़ी कपड़े, आरामदायक गद्दे, खाद्य सामग्री और डिब्बे सहित अन्य प्रतिबंधित सामान पहुंच जाता है. जेल प्रशासन भी मानवीयता की दृष्टि से सर्द रात में एक दो कंबल रखने की मंजूरी दे देता है. लेकिन बंदी रियायत का फायदा उठाकर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं. ऐसे में साप्ताहिक तलाशी के दौरान प्रतिबंधित वस्तुएं भी खुद ही बाहर आ जाएंगी.

वहीं, बंदियों के बैरक में प्रतिबंधित सामान की मौजूदगी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ACB ने गत वर्ष अजमेर के सेंट्रल जेल में कार्रवाई कर वसूली का लंगर पकड़ा था. जहां बंदियों और जेल प्रहरी की मिलीभगत से सुविधाएं मुहैया कराई जा रही थी.

अजमेर. प्रदेश की जेलों के बिगड़े हालात को सुधारने की कवायद तेज हो चुकी है. जेल विभाग के मुखिया एन आर के रेड्डी ने राज्य की जेलों में सुधार के लिए प्रत्येक रविवार को बंदियों की बैरक खाली कराने और उसकी साफ-सफाई की व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए हैं. जिसके पीछे खास मकसद यह है कि बंदियों के बैरक साफ होने के साथ-साथ प्रतिबंधित सामान को भी बाहर निकाला जा सकेगा.

प्रदेश जेलों की बैरक में हर रविवार होगी सफाई

वहीं, खास बात यह है कि जेल मुख्यालय में बंदियों के बैरक में लगने वाले पोछे में इस्तेमाल होने वाला फिनायल भी जेल में तैयार किया जाएगा. जेल की फैक्ट्री में बकायदा फिनायल और कपड़े के पोछे का निर्माण किया जाएगा. जिससे बंदियों को साफ और स्वच्छ वातावरण मिल सके.

पढ़ें- नारा हम हिंदुस्तान का दे रहे हैं, और बच्चों का जीवन बचाने के लिए चाइनीज सामान खरीद रहे हैं : रघु शर्मा

वर्तमान में ऐसे हैं हालात

प्रदेश भर में बंदी कारागारों में मौजूदा हालात में बंदियों के पास दर्जनों जोड़ी कपड़े, आरामदायक गद्दे, खाद्य सामग्री और डिब्बे सहित अन्य प्रतिबंधित सामान पहुंच जाता है. जेल प्रशासन भी मानवीयता की दृष्टि से सर्द रात में एक दो कंबल रखने की मंजूरी दे देता है. लेकिन बंदी रियायत का फायदा उठाकर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं. ऐसे में साप्ताहिक तलाशी के दौरान प्रतिबंधित वस्तुएं भी खुद ही बाहर आ जाएंगी.

वहीं, बंदियों के बैरक में प्रतिबंधित सामान की मौजूदगी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ACB ने गत वर्ष अजमेर के सेंट्रल जेल में कार्रवाई कर वसूली का लंगर पकड़ा था. जहां बंदियों और जेल प्रहरी की मिलीभगत से सुविधाएं मुहैया कराई जा रही थी.

Intro:अजमेर/ प्रदेश की जेलों के बिगड़े हालात को सुधारने की कवायद तेज हो चुकी है जहाँ जेल विभाग के मुखिया एन आर के रेड्डी ने राज्य की जेलों में सुधार के लिए प्रत्येक रविवार को बंदियों की बैरक खाली कराने और उसकी साफ-सफाई की व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए हैं जिसके पीछे खास मकसद यह है कि बंदियों के बैरक साफ होने के साथ-साथ प्रतिबंधित सामान को भी बाहर निकाला जा सकेगा


जेल में ही तैयार होगा अब फिनायल

खास बात यह है कि जेल मुख्यालय में बंदियों के बैरक में लगने वाले पोचे में इस्तेमाल होने वाला फिनायल भी जेल में तैयार किया जाएगा जेल की फैक्ट्री में बकायदा फिनायल और कपड़े के पोचे का निर्माण किया जाएगा ताकि बंदियों को साफ व स्वच्छ वातावरण मिल सके


वर्तमान में ऐसे हैं हालात

प्रदेशभर में बंदी कारागारों में मौजूदा हालात में बंदियों के पास दर्जनों जोड़ी कपड़े आरामदायक गद्दे खाद्य सामग्री व डिब्बे सहित अन्य प्रतिबंधित सामान पहुंच जाता है जेल प्रशासन भी मानवीयता की दृष्टि से सर्द रात में एक दो कंबल रखने की मंजूरी दे देता है लेकिन बंदी प्रशासन रियायत का फायदा उठाकर अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं ऐसे में साप्ताहिक तलाशी के दौरान प्रतिबंधित वस्तुएं स्वतः बाहर आ जाएगी



अजमेर में मिला था वसूली का लंगर


बंदियों के बैरक में प्रतिबंधित सामान की मौजूदगी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ACB ने गत वर्ष अजमेर के सेंट्रल जेल में कार्रवाई कर वसूली का लंगर पकड़ा था बंदियों का जेल प्रहरी की मिलीभगत से सुविधाएं मुहैया कराई जा रही थी



साफ सफाई से यह होंगे फायदे

बंदियों के व्यस्त रहने से अनावश्यक गतिविधियों पर लगेगा अंकुश

बैरक खाली होने से प्रतिबंधित वस्तुएं सामने आ जाएगी


बैरक में प्रतिबंधित सामान को छिपाया नहीं जा सकेगा

वार्ड में बैरक की साफ-सफाई से हालात सुधरेंगे जहां बंदियों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव भी पड़ेगा


Body:अजमेर


Conclusion:अजमेर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.