अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है. सोमवार को ईडी ने एक साथ बाड़मेर, डूंगरपुर और जयपुर समेत अजमेर में भी छापेमारी की है. अजमेर में सिविल लाइन क्षेत्र में आयोग के सदस्य बाबू लाल कटारा के सरकारी आवास पर भी प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई जारी है.
ये भी पढ़ेंः सांचौर से पेपर लीक करने वालों को सीएम गहलोत की कड़ी चेतावनी, कहा- किसी को नहीं बख्शेगी सरकार
मनी लॉड्रिंग का मामला आया था सामनेः राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक प्रकरण में करोड़ों रुपए का लेनदेन और money-laundering का मामला भी सामने आया था. इस मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा और मास्टरमाइंड शेर सिंह मीणा और उसका साथी भूपेंद्र सारण से ईडी पूछताछ कर चुकी है. इसके अलावा मामले में आरोपी रामगोपाल मीणा, सुरेश बिश्नोई, राजीव उपाध्याय, अनीता मीणा, घिमनाराम खिलेरी, आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा का पुत्र दीपेश कटारा, गौतम कटारा विजय डामोर और गोपाल सिंह के बयान भी लिए जा चुके हैं.
ये भी पढ़ेंः पेपर लीक के आरोपी की गर्लफ्रेंड के दस्तावेज सत्यापन करने वाले अधिकारियों पर गिरेगी गाज
बाबूलाल के सरकारी आवास से हुआ था पेपर लीकः बताते चले कि ईडी के अधिकारियों ने पूर्व में आयोग चेयरमैन संजय श्रोत्रीय से प्रकरण संबंधी बातचीत की थी. दरअसल परीक्षा से संबंधित सभी गोपनीय कार्य चेयरमैन के पास होते है. बतौर सदस्य वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2021 में गोपनीय संबंधी कार्य सदस्य बाबू लाल कटरा को सौंपें गए थे. जांच में सामने आया था कि सदस्य बाबूलाल कटारा के सरकारी आवास से सामान्य ज्ञान का पेपर पहली दफा लीक हुआ था. इस पेपर को की प्रति हाथ से लिख कर तैयार की गई थी. इस काम में कटारा के भांजे विजय कटारा की मुख्य भूमिका थी.
ये भी पढ़ेंः भाजपा ने की RPSC भंग करने की मांग, बीजेपी के रनवे से अपना प्लेन न उड़ाएं पायलट-राजेंद्र राठौड़
विजय कटारा ने शेर सिंह मीणा को बेचा था पेपरः इसके बाद यह पेपर विजय कटारा ने जयपुर में शेर सिंह मीणा को बेचा था और उसके बाद यह पेपर भूपेंद्र सारण के पास पंहुचा था. सारण से यह पेपर कई लोगों को बेचा गया. ईडी ने पेपर लीक प्रकरण में मामले करोड़ों रुपए के लेनदेन होने की आशंका के मद्देनजर एक साथ यह छापामार कार्रवाई की है. ताकि प्रकरण से संबंधित दस्तावेज अथवा रकम ईडी के हाथ लग सके. आरोपी बाबूलाल कटारा के सरकारी आवास पर कार्रवाई जारी है. हालांकि अभी तक ईडी की तरफ से कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है.
यह था पूरा मामला: राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2021 का सामान्य ज्ञान का पेपर 24 दिसंबर को उदयपुर पुलिस ने एक बस से बरामद किया था. जिसमें 40 से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले सामान्य ज्ञान का पेपर सॉल्व करवाया जा रहा था. उदयपुर पुलिस की रिपोर्ट पर आयोग ने सामान्य ज्ञान का पेपर निरस्त किया था. इसके बाद आयोग ने 29 जनवरी को सामान्य ज्ञान का पेपर आयोजित किया. मामले में उदयपुर पुलिस और एसओजी की टीम ने जांच की थी. इसके बाद आयोग सदस्य बाबूलाल कटारा की भूमिका सामने आई थी. सदस्य बाबूलाल कटारा को 18 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि 2020 से लेकर सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 तक जी टीवी परीक्षाएं और साक्षात्कार हुए हैं. उनमें सदस्य बाबू लाल कटारा भी शामिल रहा है.