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कोरोना मामलों को देखते हुए अजमेर में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट, ये है निपटने की व्यवस्था

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अजमेर का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. कोरोना से निपटने के लिए विभाग ने तैयारी कर ली है.

Ajmer on alert mode after Corona cases in Rajasthan
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 21, 2023, 7:58 PM IST

कोरोना मामलों से निपटने की ये है तैयारी

अजमेर. प्रदेश में कोरोना की दस्तक के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे ने सभी जिलों के लिए एडवाइजरी जारी कर चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं. धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. वहीं सभी उपखंड स्तर के अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी सीएमएचओ की ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

सर्दी की छुट्टियां होने के कारण अजमेर दरगाह और तीर्थ गुरु पुष्कर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाएगी. वहीं अगले माह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स होगा. ऐसे में कोरोना को नियंत्रित करना मुश्किल होगा. अजमेर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनुज पींगोलिया ने बताया कि जिला स्तर, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल स्तर पर 1-1 रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर दिया गया है. इसके अलावा मॉडल अधिकारियों की नियुक्ति भी की जा चुकी है. सीएमएचओ कार्यालय में 24 घंटे के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है, जिसका नंबर 0145- 26 31111 है.

पढ़ें: राजस्थान में फिर कोरोना की 'दस्तक', जैसलमेर में मिले 2 पॉजिटिव केस

उन्होंने बताया कि जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों पर पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध हैं. इनमें मेडिकल स्तर पर 1795, जिला चिकित्सालय स्तर पर 856, उप जिला चिकित्सालय स्तर पर 841, सीएचसी स्तर पर 600 से 633 और पीएचसी स्तर पर 380 से 417 तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं. डॉ पिंगोलिया ने बताया कि जेएलएन मेडिकल कॉलेज स्तर पर 1378 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 110 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा जिला स्तरीय अस्पतालों में 350 बेड हैं. इनमें 333 ऑक्सीजन सपोर्टेड है और 22 आईसीयू बेड शामिल हैं.

उन्होंने बताया कि सीएचसी सेंटर्स पर 277 बेड हैं. इनमें 133 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और दो आईसीयू बीड्स हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 222 बेड हैं. इनमें 48 ऑक्सीजन सपोर्टेड है. शहरी उप स्वास्थ्य केंद्र में 59 बेड हैं. इनमें 41 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं. निजी अस्पतालों में 550 बेड हैं. इनमें 475 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 95 आईसीयू बेड्स हैं. इसके अलावा अन्य सरकारी चिकित्सीय संस्थानों में 420 बेड हैं और इनमें 230 सपोर्टेड ऑक्सीजन और 14 आईसीयू बेड हैं. यानी जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में 3256 बेड हैं. इनमें से 2625 ऑक्सीजन बेड हैं. कुल 243 आईसीयू बेड्स हैं.

पढ़ें: जैसलमेर के बाद जयपुर में कोरोना के दो केस, हाई अलर्ट मोड पर चिकित्सा विभाग

4 हजार से अधिक प्रतिदिन जांच की है व्यवस्था: डॉ अनुज पींगोलिया ने बताया कि जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों पर सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं. जहां प्रतिदिन सैंपल कलेक्ट होकर अजमेर मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए पहुंच रहे हैं. सैंपल कलेक्शन के लिए जरूरी सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. डॉ पींगोलिया ने बताया कि अजमेर जेएलएन मेडिकल कॉलेज में 4 हजार जांच प्रतिदिन करने की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि जिले में कुल 23 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित है. इनमें 20 राज्य सरकार, एक रेलवे और दो प्राइवेट ऑक्सीजन प्लांट है. इनके अलावा सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सा संस्थानों में 1855 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 372 वेंटीलेटर भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर D-type-1878 और B-type 1061 है.

पढ़ें: कोविड मैनेजमेंट के लिए राज्य स्तरीय कमेटी गठित, ग्रेडेड रेस्पॉन्स सिस्टम तैयार करने के निर्देश

उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर 170 बेड की क्षमता के 2 क्वॉरेंटाइन सेंटर चंद्रवरदाई नगर में यूसीएचसी और कायड में आयुर्वेद चिकित्सालय है. जिले के सरकारी चिकित्सालय एवं में कुल 52 और निजी चिकित्सालय में 11 एंबुलेंस उपलब्ध हैं. इनके अलावा 8 एंबुलेंस डेडीकेटेड हैं. डॉ पींगोलिया बताते हैं कि कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर मरीज की जीनोम सीक्वेंस जांच जयपुर एसएमएस अस्पताल में नियमित रूप से भेजे जाएंगे. गर्भवती महिलाओं, वृद्धजन और बच्चों के अलावा किशोर उम्र के सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी और निमोनिया के रोगियों पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देश दिए गए हैं.

कोरोना मामलों से निपटने की ये है तैयारी

अजमेर. प्रदेश में कोरोना की दस्तक के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमे ने सभी जिलों के लिए एडवाइजरी जारी कर चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं. धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. वहीं सभी उपखंड स्तर के अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी सीएमएचओ की ओर से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं.

सर्दी की छुट्टियां होने के कारण अजमेर दरगाह और तीर्थ गुरु पुष्कर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाएगी. वहीं अगले माह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 812वां उर्स होगा. ऐसे में कोरोना को नियंत्रित करना मुश्किल होगा. अजमेर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनुज पींगोलिया ने बताया कि जिला स्तर, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल स्तर पर 1-1 रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर दिया गया है. इसके अलावा मॉडल अधिकारियों की नियुक्ति भी की जा चुकी है. सीएमएचओ कार्यालय में 24 घंटे के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है, जिसका नंबर 0145- 26 31111 है.

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उन्होंने बताया कि जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों पर पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध हैं. इनमें मेडिकल स्तर पर 1795, जिला चिकित्सालय स्तर पर 856, उप जिला चिकित्सालय स्तर पर 841, सीएचसी स्तर पर 600 से 633 और पीएचसी स्तर पर 380 से 417 तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं. डॉ पिंगोलिया ने बताया कि जेएलएन मेडिकल कॉलेज स्तर पर 1378 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 110 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा जिला स्तरीय अस्पतालों में 350 बेड हैं. इनमें 333 ऑक्सीजन सपोर्टेड है और 22 आईसीयू बेड शामिल हैं.

उन्होंने बताया कि सीएचसी सेंटर्स पर 277 बेड हैं. इनमें 133 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और दो आईसीयू बीड्स हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 222 बेड हैं. इनमें 48 ऑक्सीजन सपोर्टेड है. शहरी उप स्वास्थ्य केंद्र में 59 बेड हैं. इनमें 41 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं. निजी अस्पतालों में 550 बेड हैं. इनमें 475 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड और 95 आईसीयू बेड्स हैं. इसके अलावा अन्य सरकारी चिकित्सीय संस्थानों में 420 बेड हैं और इनमें 230 सपोर्टेड ऑक्सीजन और 14 आईसीयू बेड हैं. यानी जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में 3256 बेड हैं. इनमें से 2625 ऑक्सीजन बेड हैं. कुल 243 आईसीयू बेड्स हैं.

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4 हजार से अधिक प्रतिदिन जांच की है व्यवस्था: डॉ अनुज पींगोलिया ने बताया कि जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानों पर सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं. जहां प्रतिदिन सैंपल कलेक्ट होकर अजमेर मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए पहुंच रहे हैं. सैंपल कलेक्शन के लिए जरूरी सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. डॉ पींगोलिया ने बताया कि अजमेर जेएलएन मेडिकल कॉलेज में 4 हजार जांच प्रतिदिन करने की व्यवस्था है. उन्होंने बताया कि जिले में कुल 23 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित है. इनमें 20 राज्य सरकार, एक रेलवे और दो प्राइवेट ऑक्सीजन प्लांट है. इनके अलावा सरकारी और गैर सरकारी चिकित्सा संस्थानों में 1855 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 372 वेंटीलेटर भी उपलब्ध हैं. इसके अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर D-type-1878 और B-type 1061 है.

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उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर 170 बेड की क्षमता के 2 क्वॉरेंटाइन सेंटर चंद्रवरदाई नगर में यूसीएचसी और कायड में आयुर्वेद चिकित्सालय है. जिले के सरकारी चिकित्सालय एवं में कुल 52 और निजी चिकित्सालय में 11 एंबुलेंस उपलब्ध हैं. इनके अलावा 8 एंबुलेंस डेडीकेटेड हैं. डॉ पींगोलिया बताते हैं कि कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर मरीज की जीनोम सीक्वेंस जांच जयपुर एसएमएस अस्पताल में नियमित रूप से भेजे जाएंगे. गर्भवती महिलाओं, वृद्धजन और बच्चों के अलावा किशोर उम्र के सर्दी, जुकाम, बुखार, खांसी और निमोनिया के रोगियों पर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देश दिए गए हैं.

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