अजमेर. जिले के किशनगढ़ के निवासी पर्वतारोही अनुराग मालू को करीब 85 घंटे के बाद गुरुवार को रेस्क्यू कर लिया गया है. अनुराग के सही-सलामत मिलने की खबर सुनने के बाद परिवार से राहत की सांस ली है. कर्मवीर विजेता पर्वतारोही अनुराग मालू 17 अप्रैल को नेपाल की अन्नपूर्णा पर्वत से करीब 6000 फीट नीचे गिर गए थे. इस हादसे के बाद भारत और नेपाल की आर्मी टीम लगातार अनुराग मालू को सर्च कर रही थी. अनुराग के पिता ने कहा कि भगवान और लोगों की दुआओं ने बेटे की रक्षा की है.
अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और नेपाल दूतावास को भी पत्र लिख जल्द से जल्द अनुराग की तलाश का आग्रह किया था. फिलहाल अनुराग मालू को काठमांडू के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. अनुराग के भाई सहित परिजन भी 2 दिन पहले नेपाल पहुंचे थे. सभी अनुराग की कुशलता की कामना कर रहे थे, आज रेस्क्यू की खबर मिलने के बाद सबने राहत की सांस ली है. परिवार के सभी लोग क्षेत्र के बालाजी मंदिर पहुंचे और माथा टेक भगवान का शुक्रिया अदा किया.
अनुराग के पिता ने बताया कि तीन दिन बेटे के सकुशल मिलने की खबर सुनने के बाद जान में जान आई है. उन्होंने कहा कि भगवान और लोगों की दुआओं के कारण ही अनुराग आज चौथे दिन मिल गया है. फिलहाल वो नेपाल में ही भर्ती है. सांसद भागीरथ चौधरी ने भी परिजनों से फोन पर बातचीत की. साथ ही विधायक सुरेश, सभापति दिनेश सिंह राठौड़ भी पर्वतारोही अनुराग मालू के घर पहुंचे और जल्दी अनुराग के स्वस्थ होने की कामना की.
तीन दिन पहले हुआ हादसा : 24 मार्च को किशनगढ़ निवासी पर्वतारोही अनुराग मालूम नेपाल के लिए रवाना हुए थे. किशनगढ़ से दिल्ली होते हुए अनुराग नेपाल के काठमांडू पहुंचे. यहां उन्होंने अन्नपूर्णा पहाड़ी पर चढ़ाई शुरू की. 17 अप्रैल को वह पहाड़ी की चढ़ाई करते हुए 6000 फीट नीचे गिर गए थे. इसके बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और 85 घंटे बाद अनुराग को सकुशल निकाल लिया गया.