अजमेर. राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत गाय और भैंस में छुआछूत से फैलने वाली मुंहपका और खुरपका बीमारी की रोकथाम के लिए देशभर में 12 अक्टूबर से 25 नवंबर तक एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है. अजमेर में भी अभियान के तहत 8 लाख 68 हजार पशुओं को टीका लगाया जाएगा. इस दौरान टीकाकरण के साथ हर पशुओं को पहचानने के लिए ईयर टैग एप्लीकेटर भी लगाए जाएंगे. साथ ही नेशनल इंफॉर्मेशन नेटवर्क ऑफ एनिमल प्रोडक्टिविटी एंड हेल्थ सॉफ्टवेयर में हर पशु का डाटा संकलित किया जाएगा.
जिला पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजय अरोड़ा ने बताया कि हर छह महीने में टीकाकरण अभियान चलाया जाता है. उन्होंने बताया कि गाय और भैंस में मुंह पका और खुर पका बीमारी छुआछूत से फैलती है. पशुओं के लिए ये बीमारी काफी तकलीफ देय है. इससे उनके शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है और पशुपालक को भी दूध उत्पादन में नुकसान होता है.
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डॉ. अजय अरोड़ा ने बताया कि 4 महीने से कम के पशुओं का टीकाकरण नहीं होगा. 4 से 12 महीने तक के पशुओं को टीके लगाए जाएंगे. इसके बाद एक महाने बाद बूस्टर वैक्सीनेशन भी लगेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि पशुओं को लगाए जाने वाले इन टीकों को 2 से 8 डिग्री तापमान में रखना पड़ता है. इसलिए टिकों के साथ आइस बॉक्स और निडिल भी जिले के 14 नोडल अधिकारियों को भिजवा दिए गए हैं. साथ ही ईयर टैग एप्लीकेटर की सप्लाई भी कर दी गई है.