अजमेर. वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 में पेपर लीक के मामले में रोष थम नहीं (ABVP Protest in Ajmer) रहा है. इसी क्रम में एबीवीपी के कार्यकर्ता मंगलवार को राजस्थान लोक सेवा आयोग कार्यालय के लिए निकले थे. लेकिन पुलिस ने पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया. इस दौरान उन्होंने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. काफी गहमागहमी के बाद कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को आयोग कार्यालय में ज्ञापन देने की अनुमति दी गई. कार्यकर्ताओं ने सरकार और आरपीएससी के अध्यक्ष और सदस्यों की सद्बुद्धि के लिए हवन भी किया.
एबीवीपी के पदाधिकारी आशु राम डुकिया ने सरकार पर विद्यार्थियों और अभ्यार्थियों की (ABVP Protest against Paper Leak case) आवाज को दबाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 से पहले भी कई परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले सामने आ चुके हैं. बावजूद इसके सरकार पेपर लीक प्रकरण में सीबीआई जांच की मांग को अस्वीकार कर रही है.
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डुकिया ने कहा कि पेपर लीक के प्रकरणों को लेकर विद्यार्थियों में काफी रोष व्याप्त है. पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कठोर कानून बननी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई भी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि एबीवीपी की ओर से आयोग को पूर्व में भी ज्ञापन दिया जा चुका है. मंगलवार को सांकेतिक रूप से एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है. डुकिया का कहना है कि सरकार अगर सीबीआई जांच और आरपीएससी में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को पूरा नहीं करती है तो एबीवीपी के कार्यकर्ता आयोग के बाहर धरना देंगे.
एबीवीपी के पदाधिकारी उदय सिंह शेखावत ने आरोप लगाया कि पेपर लीक के मामले में विद्यार्थियों में रोष है. इस संदर्भ में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने आयोग कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. पुलिस के माध्यम से सरकार विद्यार्थियों और अभ्यर्थियों की आवाज दबाने के प्रयास की जा रही है. शेखावत ने कहा कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई और पेपर लीक प्रकरण की जांच सीबीआई को नहीं सौंपी गई तो एबीवीपी प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन करेगी.