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बिलकिस बानो को मुआवजा मिलने पर बोले ओनिर, 'देर से ही सही न्याय मिला' - 2002 Gujarat riots

फिल्म डायरेक्टर ओनिर ने बिलकिस बानो को 50 लाख मुआवजा, नौकरी और आवास दिए जाने को लेकर अपनी खुशी व्यक्त की. उनका कहना है कि काफी देर से ही सही लेकिन आखिरकार उन्हें न्याय मिल गया.

National Award winning director onir
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Published : Sep 30, 2019, 3:22 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 2:32 PM IST

मुंबई: नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्म डायरेक्टर ओनिर ने गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बिलकिस बानो को 50 लाख मुआवजा, नौकरी और आवास दिए जाने को लेकर कहा है कि काफी देर ही सही, उन्हें न्याय मिल गया है. हालांकि निर्देशक का कहना है कि कुछ भी उनके जख्मों की भरपाई नहीं कर सकता.

अपने ट्विटर हैंडल पर एक खबर को साझा करते हुए निर्देशक ने लिखा, 'जो कुछ भी उन्होंने खोया है और जो डरावनी जिंदगी जी है, उसकी भरपाई कभी नहीं होगी. फिर भी मुझे खुशी है कि कुछ न्याय है. हालांकि जो काफी देर से मिला.#BilkisBano'

  • Nothing will ever compensate for what she lost and the horror she has lived. Still I am glad that there is some justice/ however late it is. #BilkisBano
    Give Bilkis Bano Rs 50 Lakh Within 2 Weeks, Top Court Orders Gujarat https://t.co/lTtlPZjI3W via @ndtv

    — Onir (@IamOnir) September 30, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने सोमवार के दिन गुजरात सरकार को 2002 के गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक बलात्कार की शिकार बिलकिस बानो को 50 लाख रुपये मुआवजा, नौकरी और आवास देने के लिए दो सप्ताह का वक्त दिया है. 3 मार्च 2002 को गोधरा के बाद दंगों के दौरान बिलकिस बानो के परिवार पर अहमदाबाद के पास रंधिकपुर गांव में भीड़ ने हमला किया था. उस समय पांच महीने की गर्भवती बिलकिस का सामूहिक बलात्कार किया गया था और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. दंगों के दौरान, बिलकिस के परिवार के 14 सदस्यों की मौत हो गई थी, जिसमें उनकी ढाई साल की बेटी भी शामिल थी. 21 जनवरी, 2008 को एक विशेष अदालत ने पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों सहित सात व्यक्तियों को बरी करते हुए बिलकिस के साथ बलात्कार करने और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने के लिए 11 पुरुषों को दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई.

मुंबई: नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्म डायरेक्टर ओनिर ने गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बिलकिस बानो को 50 लाख मुआवजा, नौकरी और आवास दिए जाने को लेकर कहा है कि काफी देर ही सही, उन्हें न्याय मिल गया है. हालांकि निर्देशक का कहना है कि कुछ भी उनके जख्मों की भरपाई नहीं कर सकता.

अपने ट्विटर हैंडल पर एक खबर को साझा करते हुए निर्देशक ने लिखा, 'जो कुछ भी उन्होंने खोया है और जो डरावनी जिंदगी जी है, उसकी भरपाई कभी नहीं होगी. फिर भी मुझे खुशी है कि कुछ न्याय है. हालांकि जो काफी देर से मिला.#BilkisBano'

  • Nothing will ever compensate for what she lost and the horror she has lived. Still I am glad that there is some justice/ however late it is. #BilkisBano
    Give Bilkis Bano Rs 50 Lakh Within 2 Weeks, Top Court Orders Gujarat https://t.co/lTtlPZjI3W via @ndtv

    — Onir (@IamOnir) September 30, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने सोमवार के दिन गुजरात सरकार को 2002 के गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक बलात्कार की शिकार बिलकिस बानो को 50 लाख रुपये मुआवजा, नौकरी और आवास देने के लिए दो सप्ताह का वक्त दिया है. 3 मार्च 2002 को गोधरा के बाद दंगों के दौरान बिलकिस बानो के परिवार पर अहमदाबाद के पास रंधिकपुर गांव में भीड़ ने हमला किया था. उस समय पांच महीने की गर्भवती बिलकिस का सामूहिक बलात्कार किया गया था और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. दंगों के दौरान, बिलकिस के परिवार के 14 सदस्यों की मौत हो गई थी, जिसमें उनकी ढाई साल की बेटी भी शामिल थी. 21 जनवरी, 2008 को एक विशेष अदालत ने पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों सहित सात व्यक्तियों को बरी करते हुए बिलकिस के साथ बलात्कार करने और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने के लिए 11 पुरुषों को दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई.
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मुंबई: नेशनल अवॉर्ड विनर फिल्म डायरेक्टर ओनिर ने गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बिलकिस बानो को 50 लाख मुआवजा, नौकरी और आवास दिए जाने को लेकर कहा है कि काफी देर ही सही, उन्हें न्याय मिल गया है. हालांकि निर्देशक का कहना है कि कुछ भी उनके जख्मों की भरपाई नहीं कर सकता. 

अपने ट्विटर हैंडल पर एक खबर को साझा करते हुए निर्देशक ने लिखा, 'जो कुछ भी उन्होंने खोया है और जो डरावनी जिंदगी जी है, उसकी भरपाई कभी नहीं होगी. फिर भी मुझे खुशी है कि कुछ न्याय है. हालांकि जो काफी देर से मिला.#BilkisBano'

बता दें कि उच्चतम न्यायालय ने सोमवार के दिन गुजरात सरकार को 2002 के गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक बलात्कार की शिकार बिलकिस बानो को 50 लाख रुपये मुआवजा, नौकरी और आवास देने के लिए दो सप्ताह का वक्त दिया है. 

3 मार्च 2002 को गोधरा के बाद दंगों के दौरान बिलकिस बानो के परिवार पर अहमदाबाद के पास रंधिकपुर गांव में भीड़ ने हमला किया था. 

उस समय पांच महीने की गर्भवती बिलकिस का सामूहिक बलात्कार किया गया था और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. दंगों के दौरान, बिलकिस के परिवार के 14 सदस्यों की मौत हो गई थी, जिसमें उनकी ढाई साल की बेटी भी शामिल थी. 

21 जनवरी, 2008 को एक विशेष अदालत ने पुलिसकर्मियों और डॉक्टरों सहित सात व्यक्तियों को बरी करते हुए बिलकिस के साथ बलात्कार करने और उसके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने के लिए 11 पुरुषों को दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई.


Conclusion:
Last Updated : Oct 2, 2019, 2:32 PM IST
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