बीजिंग : चीन में, यात्रा से लौटने के कुछ दिन बाद एक सेवानिवृत दंपत्ति के कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद उन दोनों को देश में हाल में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और चीन की 'अब कोविड बिल्कुल नहीं' नीति की प्रभावकारिता पर सवाल उठने लगे हैं.
चीन में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 32 नये मामले सामने आये जिनमें चार मरीज बीजिंग से हैं. राजधानी शहर बीजिंग में इस महामारी के मामले बढ़ने से अधिकारियों के मन में अगले साल होने वाले शीतकालीन ओलंपिक से पहले चिंता घर कर गयी है.
इस सप्ताह मंगलवार से बीजिंग में कोविड-19 के छिटपुट मामले आ रहे हैं जो दो महीने से अधिक समय से यहां कोई मामला नहीं होने का समापन लग रहा है. आलोचकों का कहना है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में समय-समय पर इस संक्रमण के सिर उठाने से तैयारी संबंधी चुनौतियां पैदा होने के बावजूद चीन ने अपनी महंगी 'अब कोविड बिल्कुल नहीं' नीति में किसी ढील के संकेत नहीं दिये हैं.
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चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि देश के अलग- अलग हिस्सों में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 28 नये मामले सामने आये और ये लोग स्थानीय रूप से संक्रमित हुए थे. देश में बीजिंग, अंदरूनी मंगोलिया, गांसू, शांक्सी, निंक्सिया , गुझोऊ और किंघाई समेत विभिन्न स्थानों से ये मामले सामने आ रहे हैं. इनके लिए काफी हद तक शंघाई के उस दंपत्ति को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जो कई शहरों में गया और अब दोनों मियां-बीवी संक्रमित पाये गए हैं. अब अधिकारी उन लोगों की तलाश में हैं जो दोनों के संपर्क में आए.
(पीटीआई-भाषा)