उदयपुर. जिले में बुधवार को हुई सीवरेज हादसे में चार मजदूरों की मौत में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद बड़ा खुलासा हुआ है. बता दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मजदूरों की मौत करंट लगने की वजह से नहीं हुई. बल्कि सभी की मौत दम घुटने से हुई है. जांच एजेंसी का अनुमान है कि सीवरेज के चेंबर में हादसे के समय करीब डेढ़ से दो फीट पानी था और टी प्वाईंट पर तीनों तरफ से पानी की आवक थी. संभवत है इसमें गंदे पानी आने के बाद गैस बनने से यह हादसा हुआ है.
बता दें कि हिरणमगरी थाना इलाके में पिछले दो साल से सीवरेज कार्य चल रहा है. यहां मरवा खेड़ा सरकारी स्कूल के पीछे मेन रोड पर पाइप डाले जाने के बाद दो महीने से सिविल लाइन का ढक्कन बंद था. वहीं बुधवार सुबह ढक्कन खोल कर एक श्रमिक सीवरेज लाइन में उतरा था और फिर वह वापस नहीं आया.
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सीवरेज में पहुंचे मजदूरों को देखने के लिए दो अन्य मजदूर और फिर इन तीनों को देखने के लिए एक और चालक इसमें उतरा और चारों ही अंदर ही रह गए सभी की दम घुटने से मौत हो गई. बता दें कि हादसे के तुरंत बाद यह माना जा रहा था कि सीवरेज लाइन में करंट दौड़ने की वजह से श्रमिकों की मौत हुई है, लेकिन विद्युत निगम की जांच में करंट की पुष्टि नहीं हुई. इस पूरे हादसे के बाद नगर निगम प्रशासन और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी जहां चुप्पी साधे बैठे हैं तो वहीं ठेकेदार के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.