उदयपुर. शहर के जगदीश मंदिर में मंगलवार को ऐतिहासिक जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली गई, लेकिन इस बार यह रथ यात्रा हर बार से बिल्कुल अलग थी. इस बार यात्रा में सिर्फ पुजारी परिवार के चुनिंदा लोग ही मौजूद थे, जबकि हर साल भगवान जगदीश की रथ यात्रा उदयपुर शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई निकलती है. जिसमें हजारों की संख्या में शहरवासी और दूरदराज के लोग शामिल होते हैं.
15 दिन के विश्राम के बाद मंगलवार को भगवान जगदीश अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले थे. भगवान जगदीश को इससे पहले छप्पन भोग लगाए गए. वहीं इसके बाद में पूजा अर्चना कर हाथी घोड़ा पालकी पर भगवान जगदीश की रथ यात्रा मंदिर प्रांगण में ही निकाली गई. इस दौरान जगदीश मंदिर के आसपास बने घरों पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ देखने को मिली, जो अपने आराध्य के दर्शन के लिए बेताब नजर आए. सभी लोग छतों से भगवान जगदीश के जयकारे लगाते नजर आए.
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आषाढ़ शुक्ल द्वितीया के दिन भगवान जगन्नाथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं. जिस दिन भक्त भगवान का मंदिर के बाहर इंतजार करते हैं, लेकिन इस बार जब आषाढ़ शुक्ल की द्वितीय आई, तब कोरोना वायरस के चलते मंदिर प्रांगण में ही भगवान जगदीश की रथ यात्रा निकाली गई और मंदिर से ही भगवान ने भक्तों को दर्शन दिए.