उदयपुर: प्रदेश की सियासत में वल्लभनगर विधानसभा सीट (Vallabhnagar Seat) अपना एक विशेष महत्व रखती है. यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलता है. गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन के बाद कांग्रेस (Congress) ने उनकी पत्नी प्रीति शक्तावत (Preeti Shaktawat) को अपना उम्मीदवार बनाया. प्रीति भी आत्मविश्वास से लबरेज हैं कहती हैं वो पार्टी के विश्वास को टूटने नहीं देंगी.
शक्तावत परिवार का रहा है दबदबा
वल्लभनगर विधानसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो लंबे समय से शक्तावत परिवार (Shaktawat Family) वर्चस्व देखने को मिला है. लंबे समय तक यहां से विधायक रहे गुलाब सिंह शक्तावत (Gulab Singh Shaktawat) के बाद उनके पुत्र गजेंद्र सिंह शक्तावत (Gajendra Singh Shaktawat) पर कांग्रेस (Congress) ने विश्वास जताया था. अब उनके निधन से खाली हुई सीट पर पत्नी प्रीति को मैदान में उतारा है. ईटीवी भारत (Etv Bharat) से खास बातचीत करते हुए प्रीति शक्तावत ने इसे अपना सौभाग्य बताया.
'अर्द्धविराम है पूर्णविराम नहीं'
शक्तावत ने 8 अक्टूबर को नामांकन दाखिल (Nomination Filed) किया. उस समय पार्टी के दो धड़े एक मंच पर दिखे. लम्बे समय बाद CM अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) की मौजूदगी कौतूहल का विषय रही. शायद संदेश देने की कोशिश की गई कि भूतपूर्व विधायक शक्तावत की विरासत को सहेजने के लिए कांग्रेस एकजुट है. उस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए प्रीति शक्तावत काफी भावुक भी हुईं और कहा कि अभी सिर्फ उनके जीवन में अर्द्धविराम ही लगा है. ईटीवी भारत ने जब उनसे इसका पर्याय पूछा तो थोड़ी इमोशनल हुईं और कहा- अर्द्धविराम से मेरा मतलब शक्तावत जी के जाने से था. उनके निधन के बाद मेरे जीवन में कुछ बचा नहीं है फिर भी जब तक मेरे जीवन पर पूर्णविराम नहीं लगता यानी जब तक जीवन है तब तक मैं वल्लभनगर के लिए काम करती रहूंगी.
CM अशोक गहलोत ने दिया साथ
प्रीति ने कहा कि गजेंद्र सिंह जी के निधन के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह का सहयोग किया उसके लिए उनका धन्यवाद बताना चाहूंगी.प्रीति ने बताया कि कैसे उस विषम समय में सीएम ने उन्हें फोन करआश्वासन दिया. कहा कि बेटा घबराने की जरूरत नहीं है. हम आपके साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी काम हो तो जरुर मुझे बताना.
क्षेत्र में किए काम को गिनाया
पति के कार्यों को याद करते हुए उन्होंने आगे की रणनीति भी साझा की. बताया कि गजेंद्र सिंह शक्तावत अपने अंतिम क्षणों में महाविद्यालय बनवाना चाहते थे. उनकी इस इच्छा का जिक्र मैंने किया तो मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय की घोषणा भी की और अब शुरुआत हो गई है. ऐसे में वल्लभनगर की खस्ता सड़कों को भी दुरुस्त कराने का काम किया है.पेयजल की समस्या को देखते हुए अब तक डेढ़ सौ गांव जल जीवन योजना से कवर हो चुके हैं.इसके अलावा बचे हुए गांव में भी पेयजल की समस्या को दूर करने का काम करूंगी. प्रीति शक्तावत ने कहा कि वल्लभनगर (Vallabhnagar) में इंडस्ट्रीज नहीं हैं. ऐसे मेरी बहुत इच्छा है कि कुछ इंडस्ट्रीज वल्लभनगर में आए जिससे लोगों को रोजगार के लिए बाहर ना जाना पड़े.
'भाभी सा हम आपके साथ हैं'
प्रीति ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आभार जताया. कहा उनकी मदद से ही आज मैं आगे बढ़ने का हौसला दिखा पा रही हूं. वो कहते हैं- भाभी सा आप एक कदम चलो हम 100 कदम चलेंगे. ऐसे में मेरा परिवार साथ खड़ा है. तो मैं जरूर जीतूंगी.
विपक्ष के आरोपों का जनता देगी जवाब...
प्रीति शक्तावत ने कहा कि जो लोग आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं उनका जवाब जनता देगी पिछले. 2 साल से कोरोना के कारण हम सब लोग समस्या से जूझ रहे हैं.गजेंद्र सिंह जी के स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी मैं लगातार लोगों के काम करती रही. इस दौरान कोरोना में भी कार्यकर्ताओं के साथ भोजन कोरोना किट वितरित किए गए.ऐसे में कोरोना में मैंने मेरे पर्सनल अकाउंट से भी लोगों की सहायता के लिए पैसे दिए.
'मेरे लिए चुनौती कोई नहीं'
शक्तावत ने कहा कि वो किसी को चुनौती नहीं मानतीं. उन्हें पूरा विश्वास है कि कांग्रेस भारी बहुमत से जीतकर आगे बढ़ेगी. राजनीतिक समीकरण को लेकर किसी विश्लेषक की मानिंद कहती हैं कि भाजपा का वोट तीन भागों में बंटेगा. हमारी पार्टी के भीतर जो भी मतभेद है वो घर का मामला है. मानती हैं कि ये कोई बड़ी बात नहीं है. कांग्रेस पार्टी मिलकर काम कर रही है.
मुख्यमंत्री गहलोत को बताया राजनीतिक गुरु
प्रीति ने कहा कि वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) को अपना राजनीतिक गुरु मानती हैं. उनके मुताबिक पिछले 1 साल का जो अनुभव रहा है. वो बड़ा अनुभव रहा है. कहती हैं - मैंने हर छोटी बड़ी चीज है उन्हीं से सीखी है.