उदयपुर. आदिवासी दिवस के मौके पर उदयपुर के आदिवासी अंचल के बच्चों को बाल मजदूरी के लिए गुजरात ले जाया जा रहा था, लेकिन जैसे ही इस पूरे मामले की जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम को मिली टीम मौके पर पहुंची और पुलिस के साथ मेल तस्करी कर गुजरात ले जाए जा रहे बच्चों को छुड़वाया. इस पूरी कार्रवाई के बाद जहां आरोपी बस चालकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है वहीं 6 बच्चों को शेल्टर होम भेजा गया है.
उदयपुर में रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 6 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है. बता दें कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रिद्धिमा शर्मा को मुखबिर से सूचना मिली थी कि निजी ट्रैवल्स बसों में उदयपुर के आदिवासी अंचल के बच्चों को गुजरात बाल मजदूरी के लिए ले जाया जा रहा है.
जिसके बाद योजनाबद्ध तरीके से रिद्धिमा शर्मा ने पुलिस के साथ मिल नाकेबंदी कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया. बता दें कि आरोपी बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इस कार्रवाई में 6 बच्चों को रिहा करवाया गया है. जिनमें झाडोल, गोगुंदा, सायरा और सलूंबर के बच्चे शामिल हैं.
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बता दें कि ये पहला मामला नहीं है इससे पहले भी उदयपुर जिले में इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी है. बावजूद इसके शासन प्रशासन की ओर से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई कारगर रणनीति अब तक नहीं बनाई गई है.