उदयपुर. झीलों की नगरी उदयपुर के रहने वाले 8 बच्चों को महाराष्ट्र पुलिस बुधवार को उदयपुर लेकर पहुंची. इन सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति को सुपुर्द किया गया है. पिछले दिनों महाराष्ट्र के एक चर्च से जुड़े छात्रावास से करीब 45 बच्चों को रेस्क्यू किया गया था, जिनमें से 8 बच्चे उदयपुर जिले के थे. इन बच्चों में से कुछ लड़कियों के साथ यौन शोषण की बात भी सामने आई थी. अब बाल कल्याण समिति ने इन सभी बच्चों को सुरक्षित पुनर्वास करवाया गया है.
दरअसल, महाराष्ट्र के नवी मुंबई के चैरिटेबल ट्रस्ट चर्च में करीब 4 महीने पहले तीन नाबालिग लड़कियों से यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया था. महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने चर्च से जुड़े अनाधिकृत आश्रम स्कूल में छापेमारी करते हुए (Children Rescued from Maharashtra) वहां से 45 लड़के-लड़कियों को छुड़ाया था. इनमें से 8 छात्र-छात्राएं उदयपुर की रहने वाली थीं, जिनमें 6 वर्ष से 14 वर्ष तक की 7 लड़कियां और एक लड़का शामिल है.
महाराष्ट्र पुलिस इन्हें उदयपुर लेकर पहुंची, जहां इन सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति को सुपुर्द (Child Welfare Committee Udaipur) किया गया. इससे पहले करीब एक माह तक ये बच्चे महाराष्ट्र की बाल कल्याण समिति द्वारा शेल्टर किए गए थे. अब उदयपुर की बाल कल्याण समिति बच्चों का मेडिकल और बयान के बाद परिजनों को सुपुर्द करेगी.
सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष ध्रुव ने बताया कि महाराष्ट्र के नवी मुंबई के चैरिटेबल ट्रस्ट चर्च के पास एक आश्रम बना हुआ था, जहां बच्चों को अवैध तरीके से रखा हुआ था. जिस पर पिछले दिनों कार्रवाई की गई थी. इसमें 8 बच्चे उदयपुर के भी मिले थे, जिनमें से सात लड़कियां और एक बच्चा शामिल है. ध्रुव ने बताया कि उनमें से कई बच्चों ने यौन शोषण का भी आरोप लगाया था, जिसकी फिलहाल जांच जारी है. यह सभी बच्चे पढ़ाई के लिए गए हुए थे. 24 जून को आश्रम में हुई इस दरिंदगी की सूचना मिलने पर महिला एवं बाल विकास बोर्ड के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की गई थी.