उदयपुर. राजस्थान की धरती हमेशा से अपने शौर्य गाथाओं के लिए खास पहचान रखती है. इतिहास के स्वर्ण पन्नों पर शौर्य और वीरता के अनूठे कारनामों के जरिए अमिट छाप छोड़ने वाले कई योद्धाओं को इस मरुधरा ने जन्म दिया है. इन योद्धाओं की वीरता के किस्से आज भी रगों में जोश भर देते हैं. महाराणा प्रताप भी उन्हीं वीर सपूतों में से एक हैं. महाराणा प्रताप की वीरता और स्वाभिमान की मिसाल आज भी देश-दुनिया में दी जाती है.
उनके पराक्रम का लोहा खुद अकबर ने भी माना था. आदम्य साहस और पराक्रम के बल पर दुश्मन के छक्के छुड़ाने वाले महावीर महाराणा प्रताप की वीरगाथा को अब लेजर वॉटर शो के जरिए देखा और समझा जा सकेगा. प्रताप का जीवन किन कठिनाइयों और शौर्यता के बीच गुजरा. उन्होंने कैसे अकबर की सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया और उनके जीवन से जुड़ी हर छोटी-छोटी बातों को पर्यटक जान सकेंगे. प्रताप के जीवन के रोचक किस्से लेजर वॉटर शो (Laser Water Show in Udaipur) के जरिए प्रताप गौरव केंद्र में लोग जल्द देख सकेंगे. लेजर वॉटर शो का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है.
आधे घंटे का रहेगा कार्यक्रम : प्रताप गौरव केंद्र के निदेशक अनुराग सक्सेना ने बताया कि लेजर वॉटर शो के माध्यम से महाराणा प्रताप के जीवन को दिखाया जाएगा. करीब आधे घंटे के शो में 4 से 5 मीटर ऊंचाई वाले पानी के पर्दे पर म्यूजिक, लेजर, लाइट एंड साउंड व प्रोजेक्शन के जरिए प्रताप के जीवन पर प्रकाश डाला जाएगा. प्रताप के बाल्यकाल से लेकर जीवन की प्रमुख घटनाओं से आमजन रूबरू हो सकेंगे. उन्होंने बताया कि शो शुरू होने से पहले 5 मिनट तक रंग-बिरंगी रोशनी के बीच फव्वारे चलेंगे. इसके बाद महाराणा प्रताप की वीरगाथा प्रदर्शित की जाएगी.
एक साथ 200 लोग देख सकेंगे : अनुराग सक्सेना ने बताया कि प्रताप गौरव केंद्र में लेजर वाटर शो को एक साथ 200 लोग देख सकेंगे. परिसर में बने तालाब के चारों तरफ 200 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. यह सभी कार्यक्रम शाम को रखे जाएंगे. उद्घाटन के कुछ दिन बाद तक ट्रायल रखा जाएगा. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के स्वदेश दर्शन योजना में पर्यटन विकास निगम ने इसका काम लगभग पूरा कर लिया है.
देश दुनिया से लाखों की संख्या में पर्यटक झीलों की नगरी उदयपुर का दीदार करने के लिए पहुंचते हैं. बड़ी संख्या में पर्यटक प्रताप गौरव केंद्र भी जाते हैं. ऐसे में प्रताप के जीवन के बारे में आधे घंटे के लेजर वॉटर शो के जरिए जानकारी हासिल कर सकेंगे. अनुराग सक्सेना ने बताया कि लेजर तकनीक का काम पूरा होते ही उदघाटन की तारीख घोषित कर दी जाएगी.
आपको बता दें कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत प्रदेश में 8 जगह ऐसे शो होंगे. इनमें गड़ीसर लेक जैसलमेर, मीरा बाई स्मारक मेड़ता, मचकुंड धौलपुर, सांवलिया जी चित्तौड़, जय निवास उद्यान भरतपुर, अजीत विवेक म्यूजियम झुंझुनू, लोहागढ़ भरतपुर शामिल है.
प्रताप गौरव केंद्र इसलिए है खास
- विश्व की सबसे बड़ी महाराणा प्रताप की अष्टधातु निर्मित 57 फीट ऊंची प्रतिमा यहां बनी हुई है.
- हल्दीघाटी विजय युद्ध दीर्घा में हल्दीघाटी युद्ध का जीवन चित्रण है.
- मेवाड़ रतन दीर्घा में मेवाड़ के महापुरुषों की प्रतिमाओं के दर्शन होंगे और उनके बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है.
- मेवाड़ स्पूर्ति दीर्घा में रोबोटिक शो लाइट साउंड एवं मैकेनिज्म के जरिए मेवाड़ के इतिहास को जान सकेंगे.
- भारत दर्शन लाइट एंड साउंड शो के जरिए भारत के 140 महापुरुषों के दर्शन एवं जानकारी मिलेगी.
- स्वामी विवेकानंद चित्र प्रदर्शनी में स्वामी विवेकानंद के जीवन की 40 चित्रों के अलावा प्रताप से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां भी हैं.