उदयपुर. वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती (Maharana Pratap Jayanti 2022) प्रदेशभर में धूमधाम से मनाई जा रही है. मेवाड़ के शूरवीर की वीरगाथा से मरूभूमि का इतिहास अटा पड़ा है. उस स्वर्णिम काल को फिर से जीवंत करने की तैयारी की जा रही है. ये सब कुछ होगा महाराणा प्रताप की समाधि स्थल चांवड में. इसका एलान सोशल पोस्ट के जरिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया है. उन्होंने 5 करोड़ की लागत से पैनोरमा (Panorama At Pratap Tomb) बनाने की घोषणा की है. इस पैनोरमा में महाराणा प्रताप के जीवन संघर्ष तथा तत्कालीन मेवाड़ की सभ्यता व संस्कृति का चित्रण किया जाएगा.इसके साथ ही आसपास के स्थानों को भी विकसित किया जाएगा.
सीएम का ट्वीट: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट में लिखा है- आज महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर उनके समाधि स्थल चांवड़ में लगे 5 करोड़ रुपए की लागत से महाराणा प्रताप पैनोरमा बनाए जाने की घोषणा करता हूं. इसके साथ ही प्रताप की जन्म स्थल, उनकी कर्मभूमि एवं समाधि स्थल से जुड़े समस्त स्थानों पर राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर मेवाड़ कांपलेक्स फेज 1 एवं फेस टू के तहत विभिन्न कार्य करवाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि इस पैनोरमा में महाराणा प्रताप के जीवन संघर्ष तथा तत्कालीन मेवाड़ की सभ्यता संस्कृति का चित्रण किया जाएगा. एवं आसपास के स्कूलों को विकसित किया जाएगा जिससे लोग यहां आकर उनके जीवन से प्रेरणा ले सकें.
राजसमन्द सांसद दीयाकुमारी ने वीर शिरोमणी और हिंदुआ सूरज महाराणा प्रताप की जन्म स्थली कुंभलगढ़ दुर्ग पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि मातृभूमि और स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले महाराणा प्रताप सच्चे देशभक्त थे. मेवाड़ धरती की रक्षा हेतु उनका संघर्ष, युगों-युगों तक याद किया जाएगा. महाराणा प्रताप की 482 वीं जन्म जयंती के अवसर पर सांसद दीया ने कहा कि महाराणा प्रताप को असाधारण इच्छा शक्ति का प्रतीक माना जाता है. जो कि निडर थे और स्वतंत्र व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान रखते थे. हमेशा न्याय के पक्षधर रहने वाले ऐसे महापुरुष हमें ये संदेश देते हैं कि हमें न्यायप्रिय रहकर आत्म सम्मान के लिए अत्याचार का विरोध करना चाहिए.
प्रताप के आदर्शों को अपनाना होगा: सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि हल्दीघाटी, कुम्भलगढ़, दिवेर, रक्ततलाई,और मेवाड़ के कण-कण में महाराणा प्रताप के शौर्य की गाथाएं जीवन में नई ऊर्जा का संचार करती हैं. चेतक की स्वामीभक्ति को भी मैं नमन करती हूं. हमें अपने जीवन में महाराणा प्रताप के आदर्शों को अपनाना होगा. आने वाली पीढ़ी को हमारी संस्कृति के साथ प्रताप के त्याग, बलिदान और समर्पण को समझना होगा जिसे समाज का हर वर्ग सम्मान की दृष्टि से देखता है. आज का यह आयोजन सर्व समाज के लिए प्रेरणादायी साबित होगा.
महाराणा प्रताप की जन्म स्थली कुंभलगढ़ दुर्ग पर आयोजित कार्यक्रम में कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, भाजपा जिलाध्यक्ष मानसिंह बारहठ, पूर्व जिला महामंत्री भीमसिंह चौहान, मदन सिंह चौहान, हरदयाल सिंह, सुमेर सिंह झाला, कुलदीप सिंह ताल, कमला दशाणा प्रधान,लाल सिंह सहित मंडल अध्यक्ष, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे. सांसद ने प्रताप जयंती पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया.