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मैं लोगों के दुख-दर्द बांटने आई हूं...चुनाव में अभी दो साल हैं...आने वाला समय भाजपा का है - वसुंधरा राजे

पिछले दो दिन से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे उदयपुर प्रवास पर हैं. उनकी इस यात्रा को लेकर जारी सियासी कयासबाजी के बीच राजे ने कहा है कि उनका कार्यक्रम चुनावी आगाज नहीं है.

Vasundhara Tour
वसुंधरा के स्वागत में लगे नारे
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Published : Nov 24, 2021, 2:40 PM IST

Updated : Nov 24, 2021, 10:50 PM IST

उदयपुर/राजसमंद: पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पिछले दो दिनों से उदयपुर प्रवास पर हैं. लंबे समय बाद वसुंधरा राजे की इस यात्रा को आगामी चुनावी आगाज से जोड़ते हुए राज्य में सियासत जारी है. इस बीच वसुंधरा राजे ने साफ किया है कि उनका कार्यक्रम चुनाव का आगाज नहीं है. चुनाव में तो अभी दो साल बाकी है.

वसुंधरा राजे ने कहा कि वह लोगों का दुःख-दर्द बाटने के लिए निकली हैं. उन्होंने कहा कि कोविड और बहू के गंभीर बीमार होने के कारण वह अपनों से नहीं मिल पाई थी. साथ ही जो लोग हमेशा के लिए जुदा हो गए उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दे पाई थी. इसलिए यह कार्यक्रम बनाया गया है. राजे ने कहा कि इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप देना चाह रहे है उनको मैं यह बात ज़रूर कहना चाहूंगी कि आने वाला समय भाजपा का ही है.

आने वाला समय भाजपा का है - वसुंधरा राजे

अब राजस्थान में भाजपा का ही परचम फहरेगा. उन्होंने कहा कि देश में फिर से मोदीजी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाने को लेकर देश की जनता आतुर है. राजे ने चारभुजा, द्वारकाधीश,एकलिंग जी और नाथद्वारा में लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि चारभुजा नाथ से 2003 में हमने परिवर्तन यात्रा शुरू की थी तब सोचा भी नही था कि हम इस मुक़ाम तक पहुंचेंगे पर चारभुजा नाथ के आशीर्वाद और आपके साथ ने ये कर दिखाया.

राजे ने कहा कि यदि ईश्वर का आशीर्वाद और हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत नहीं होती तो यह सब नहीं होता.चारभुजा नाथ से यात्रा शुरू की तो इतिहास में पहली बार 2003 में भाजपा को 120 सीटें मिली.इससे बढ़कर तो तब हुआ जब हमने चारभुजा का आशीर्वाद लेकर सुराज संकल्प यात्रा शुरू की तो भाजपा को 163 सीटें मिली. राजस्थान के इतिहास में इससे पहले किसी भी दल को इतनी सीटें नहीं मिली थी.

राजे ने कहा कि अब फिर राजस्थान में भाजपा का परचम फहरेगा और पुनः हमारे कार्यकर्ता इतिहास रचेंगे. जनसभा को सम्बोधित करते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि लोगों ने जो प्यार दिया है यही हमारी पूंजी है ,जो हमारे लिए अमूल्य है. राजनीति चलती रहती है लेकिन रिश्ते ऐसे बनते हैं तो छूटने नहीं चाहिए. इसलिए 36 कोम को साथ लेकर चलने की जरूरत है. हमारे बीच में कभी कोई खाई नहीं आनी चाहिए.

पढ़ें- हेमा से कटरीना तक : अभिनेत्रियों पर बेहूदा सियासी तंज क्यों ? लालू से भी दो कदम आगे निकले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा..

सभी हमारे परिवार के सदस्य हैं. इस परिवार को मजबूत बनाएंगे तो कोई भी अपने पैरों पर खड़ा होकर आगे बढ़ सकता है. राजे ने कहा कि अगर हम सबका विश्वास एक दूसरे के अंदर है तो मोदी जी कहते हैं कि विकास तो होना ही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने चारभुजा के बाद द्वारकाधीश और इकलिंग जी के भी दर्शन किए. राजे का चारभुजा,द्वारकाधीश, एकलिंगजी में ज़ोरदार स्वागत हुआ.

यहां व्यक्त की संवेदना

राजे इससे पूर्व उदयपुर जिले के गांव ब्रह्मणो का खेरवाड़ा में विधायक धर्म नारायण जोशी के भाई, उदयपुर में पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी,पूर्व सांसद महावीर भगोरा और पूर्व मेयर गोविंद सिंह टाँक के निधन पर संवेदना व्यक्त करने पहुंची.

उदयपुर में भिंडर ने किया स्वागत

इससे पहले उदयपुर में जनता सेना सुप्रीमो रणधीर सिंह भिंडर ने वसुंधरा राजे को गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया. हालांकि इस यात्रा को लेकर कई सियासी चर्चाएं भी है.जहां एक तरफ नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने वसुंधरा की यात्रा को लेकर कई सवाल खड़े किए तो वहीं कटारिया के प्रतिद्वंदी रणधीर सिंह भिंडर ने उपस्थिति दर्ज करा बहुत सारे संकेत दे दिए हैं.

वसुंधरा का स्वागत करने पहुंचे जनता सेना सुप्रीमो रणधीर सिंह भिंडर

पढ़ें- Farm laws: एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड मंत्री मुरारी लाल ने संभाला पदभार, बोले- '3 कृषि कानून वापस लेना मेरे लिए शुभ संकेत'

भिंडर ने वसुंधरा का स्वागत कर एक नई सियासी चर्चा छेड़ दी. वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव (Vallabhnagar Vidhansabha By Election) में रणधीर सिंह भिंडर को टिकट मिलने की चर्चाएं चल रही थीं, लेकिन ऐसा हो न सका. रणधीर सिंह भिंडर वसुंधरा राजे के खास माने जाते हैं. वहीं, कटारिया और रणधीर सिंह भिंडर के बीच की अदावत जगजाहिर है.

स्वागत सत्कार के बाद राजे स्वर्गीय विधायक किरण माहेश्वरी (Kiran Maheshwari) के आवास पहुंचीं. वहां उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, पूर्व मंत्री यूनुस खान, पूर्व मंत्री अनिता भदेल, सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.

उदयपुर/राजसमंद: पूर्व सीएम वसुंधरा राजे पिछले दो दिनों से उदयपुर प्रवास पर हैं. लंबे समय बाद वसुंधरा राजे की इस यात्रा को आगामी चुनावी आगाज से जोड़ते हुए राज्य में सियासत जारी है. इस बीच वसुंधरा राजे ने साफ किया है कि उनका कार्यक्रम चुनाव का आगाज नहीं है. चुनाव में तो अभी दो साल बाकी है.

वसुंधरा राजे ने कहा कि वह लोगों का दुःख-दर्द बाटने के लिए निकली हैं. उन्होंने कहा कि कोविड और बहू के गंभीर बीमार होने के कारण वह अपनों से नहीं मिल पाई थी. साथ ही जो लोग हमेशा के लिए जुदा हो गए उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दे पाई थी. इसलिए यह कार्यक्रम बनाया गया है. राजे ने कहा कि इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप देना चाह रहे है उनको मैं यह बात ज़रूर कहना चाहूंगी कि आने वाला समय भाजपा का ही है.

आने वाला समय भाजपा का है - वसुंधरा राजे

अब राजस्थान में भाजपा का ही परचम फहरेगा. उन्होंने कहा कि देश में फिर से मोदीजी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनाने को लेकर देश की जनता आतुर है. राजे ने चारभुजा, द्वारकाधीश,एकलिंग जी और नाथद्वारा में लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि चारभुजा नाथ से 2003 में हमने परिवर्तन यात्रा शुरू की थी तब सोचा भी नही था कि हम इस मुक़ाम तक पहुंचेंगे पर चारभुजा नाथ के आशीर्वाद और आपके साथ ने ये कर दिखाया.

राजे ने कहा कि यदि ईश्वर का आशीर्वाद और हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत नहीं होती तो यह सब नहीं होता.चारभुजा नाथ से यात्रा शुरू की तो इतिहास में पहली बार 2003 में भाजपा को 120 सीटें मिली.इससे बढ़कर तो तब हुआ जब हमने चारभुजा का आशीर्वाद लेकर सुराज संकल्प यात्रा शुरू की तो भाजपा को 163 सीटें मिली. राजस्थान के इतिहास में इससे पहले किसी भी दल को इतनी सीटें नहीं मिली थी.

राजे ने कहा कि अब फिर राजस्थान में भाजपा का परचम फहरेगा और पुनः हमारे कार्यकर्ता इतिहास रचेंगे. जनसभा को सम्बोधित करते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि लोगों ने जो प्यार दिया है यही हमारी पूंजी है ,जो हमारे लिए अमूल्य है. राजनीति चलती रहती है लेकिन रिश्ते ऐसे बनते हैं तो छूटने नहीं चाहिए. इसलिए 36 कोम को साथ लेकर चलने की जरूरत है. हमारे बीच में कभी कोई खाई नहीं आनी चाहिए.

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सभी हमारे परिवार के सदस्य हैं. इस परिवार को मजबूत बनाएंगे तो कोई भी अपने पैरों पर खड़ा होकर आगे बढ़ सकता है. राजे ने कहा कि अगर हम सबका विश्वास एक दूसरे के अंदर है तो मोदी जी कहते हैं कि विकास तो होना ही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने चारभुजा के बाद द्वारकाधीश और इकलिंग जी के भी दर्शन किए. राजे का चारभुजा,द्वारकाधीश, एकलिंगजी में ज़ोरदार स्वागत हुआ.

यहां व्यक्त की संवेदना

राजे इससे पूर्व उदयपुर जिले के गांव ब्रह्मणो का खेरवाड़ा में विधायक धर्म नारायण जोशी के भाई, उदयपुर में पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी,पूर्व सांसद महावीर भगोरा और पूर्व मेयर गोविंद सिंह टाँक के निधन पर संवेदना व्यक्त करने पहुंची.

उदयपुर में भिंडर ने किया स्वागत

इससे पहले उदयपुर में जनता सेना सुप्रीमो रणधीर सिंह भिंडर ने वसुंधरा राजे को गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया. हालांकि इस यात्रा को लेकर कई सियासी चर्चाएं भी है.जहां एक तरफ नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने वसुंधरा की यात्रा को लेकर कई सवाल खड़े किए तो वहीं कटारिया के प्रतिद्वंदी रणधीर सिंह भिंडर ने उपस्थिति दर्ज करा बहुत सारे संकेत दे दिए हैं.

वसुंधरा का स्वागत करने पहुंचे जनता सेना सुप्रीमो रणधीर सिंह भिंडर

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भिंडर ने वसुंधरा का स्वागत कर एक नई सियासी चर्चा छेड़ दी. वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव (Vallabhnagar Vidhansabha By Election) में रणधीर सिंह भिंडर को टिकट मिलने की चर्चाएं चल रही थीं, लेकिन ऐसा हो न सका. रणधीर सिंह भिंडर वसुंधरा राजे के खास माने जाते हैं. वहीं, कटारिया और रणधीर सिंह भिंडर के बीच की अदावत जगजाहिर है.

स्वागत सत्कार के बाद राजे स्वर्गीय विधायक किरण माहेश्वरी (Kiran Maheshwari) के आवास पहुंचीं. वहां उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, पूर्व मंत्री यूनुस खान, पूर्व मंत्री अनिता भदेल, सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.

Last Updated : Nov 24, 2021, 10:50 PM IST
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