ETV Bharat / city

CAA का विरोध संवैधानिक अधिकार, छात्रों के साथ हो रही हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण : पायलट - नागरिक संशोधन कानून

नागरिक संशोधन कानून का विरोध करना देशवासियों का संवैधानिक अधिकार है. यह कहना है राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट का. सोमवार को उदयपुर में मीडिया से मुखातिब होते हुए पायलट ने जहां नागरिक संशोधन कानून को लेकर अपनी बात कही. वहीं शैक्षणिक संस्थानों पर पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई का भी विरोध किया और इसे देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.

udaipur news  caa against protests  caa against protests constitutional  नागरिक संशोधन कानून  sachin pilot news
CAA का विरोध संवैधानिक अधिकार
author img

By

Published : Feb 17, 2020, 6:14 PM IST

उदयपुर. नागरिक संशोधन कानून का देश भर में विरोध संवैधानिक तरीके से होना चाहिए. यह कहना है डिप्टी सीएम सचिन पायलट का. पायलट ने उदयपुर में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भले ही नागरिक संशोधन कानून को राष्ट्रपति महोदय द्वारा मंजूरी मिल गई हो, लेकिन देश में फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में इस कानून के खिलाफ याचिका पर सुनवाई होगी. उसके बाद ही इस पर कुछ कहना ठीक होगा.

CAA का विरोध संवैधानिक अधिकार

वहीं पायलट ने कहा कि देश में नागरिक संशोधन कानून का विरोध किया जा रहा है, जो सही है. आम देशवासी को हर चीज का विरोध करने का अधिकार है. वहीं दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज पर भी सचिन पायलट ने अपनी बात रखी और से दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस के घोषणापत्र के अनुरूप होगा प्रदेश सरकार का बजट : सचिन पायलट

पायलट ने कहा कि मैं उस सीसीटीवी फुटेज की सत्यता पर तो नहीं जाऊंगा. लेकिन इस तरह से शिक्षण संस्थानों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई सरासर गलत है और सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए वरना भविष्य में जनता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी.

बता दें कि नागरिक संशोधन कानून को लेकर देश भर में अभी विरोध जारी है. ऐसे में राजस्थान के उप मुख्यमंत्री ने जहां इसे संवैधानिक करार दिया है तो वहीं जामिया में पुलिस की कार्रवाई को भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.

उदयपुर. नागरिक संशोधन कानून का देश भर में विरोध संवैधानिक तरीके से होना चाहिए. यह कहना है डिप्टी सीएम सचिन पायलट का. पायलट ने उदयपुर में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भले ही नागरिक संशोधन कानून को राष्ट्रपति महोदय द्वारा मंजूरी मिल गई हो, लेकिन देश में फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में इस कानून के खिलाफ याचिका पर सुनवाई होगी. उसके बाद ही इस पर कुछ कहना ठीक होगा.

CAA का विरोध संवैधानिक अधिकार

वहीं पायलट ने कहा कि देश में नागरिक संशोधन कानून का विरोध किया जा रहा है, जो सही है. आम देशवासी को हर चीज का विरोध करने का अधिकार है. वहीं दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज पर भी सचिन पायलट ने अपनी बात रखी और से दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस के घोषणापत्र के अनुरूप होगा प्रदेश सरकार का बजट : सचिन पायलट

पायलट ने कहा कि मैं उस सीसीटीवी फुटेज की सत्यता पर तो नहीं जाऊंगा. लेकिन इस तरह से शिक्षण संस्थानों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई सरासर गलत है और सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए वरना भविष्य में जनता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी.

बता दें कि नागरिक संशोधन कानून को लेकर देश भर में अभी विरोध जारी है. ऐसे में राजस्थान के उप मुख्यमंत्री ने जहां इसे संवैधानिक करार दिया है तो वहीं जामिया में पुलिस की कार्रवाई को भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.