उदयपुर. नागरिक संशोधन कानून का देश भर में विरोध संवैधानिक तरीके से होना चाहिए. यह कहना है डिप्टी सीएम सचिन पायलट का. पायलट ने उदयपुर में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भले ही नागरिक संशोधन कानून को राष्ट्रपति महोदय द्वारा मंजूरी मिल गई हो, लेकिन देश में फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में इस कानून के खिलाफ याचिका पर सुनवाई होगी. उसके बाद ही इस पर कुछ कहना ठीक होगा.
वहीं पायलट ने कहा कि देश में नागरिक संशोधन कानून का विरोध किया जा रहा है, जो सही है. आम देशवासी को हर चीज का विरोध करने का अधिकार है. वहीं दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज पर भी सचिन पायलट ने अपनी बात रखी और से दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.
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पायलट ने कहा कि मैं उस सीसीटीवी फुटेज की सत्यता पर तो नहीं जाऊंगा. लेकिन इस तरह से शिक्षण संस्थानों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई सरासर गलत है और सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए वरना भविष्य में जनता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी.
बता दें कि नागरिक संशोधन कानून को लेकर देश भर में अभी विरोध जारी है. ऐसे में राजस्थान के उप मुख्यमंत्री ने जहां इसे संवैधानिक करार दिया है तो वहीं जामिया में पुलिस की कार्रवाई को भी दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.