उदयपुर. पिछले 6 माह से अधिक समय से रूस में मृत उदयपुर जिले के गोड़वा गांव के हितेंद्र गरासिया का शव (Hitendra Garasiya body to brought India) रविवार को मॉस्को से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेगा. इस दौरान बीकानेर हाउस के असिस्टेंट कमिश्नर तैनात रहेंगे.
राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के हितेंद्र के शव को भारत लाने की आवाज उठाने के बाद राजस्थान सरकार भी इस मामले में सक्रिय हो गई है. राज्य सरकार की ओर से बीकानेर हाउस नई दिल्ली में कार्यरत असिस्टेंट कमिश्नर विमल शर्मा इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उपस्थित रहेंगे. भारत सरकार की ओर से राजस्थान सरकार के प्रतिनिधियों को दिवंगत देह को दिया जायेगा. उसके बाद शव राज्य सरकार की ओर से परिजनों को सौंप जायेगा.
पहचान के लिये पत्नी व बेटी को भी दिल्ली बुलाया...
हितेंद्र का पुत्र पीयूष पहले से ही बूंदी के कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा के साथ दिल्ली में ही है. पहले परिजनों की इच्छा थी कि शर्मा के साथ पीयूष दिवंगत देह को लेकर आ जाये. लेकिन शर्मा ने कहा कि दिवंगत देह की पहचान के लिये सभी परिजनों का रहना आवश्यक है. इसके बाद शनिवार को हितेंद्र की पत्नी आशा व बेटी उर्वशी भी नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
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शव की पहचान नहीं होने पर ही डीएनए पर विचार....
चर्मेश शर्मा ने कहा कि आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार तीन दिसंबर से अब तक तक दिवंगत देह डीप फ्रीजर में थी और उसके बाद तीन दिसंबर से 5 फरवरी तक रूस में लगातार बर्फ जमी हुई है. ऐसे में पूरी संभावना है कि दिवंगत देह सुरक्षित व अच्छी स्थिति में आयेगी. शव पहचान की प्रक्रिया के बाद सीधे एंबुलेंस से उदयपुर के लिए रवाना हो जायेंगे. परिजनों द्वारा दिवंगत देह की पहचान नहीं किये जाने पर ही डीएनए परीक्षण पर विचार किया जायेगा.