उदयपुर. कृषि कानून के विरोध में किसानों ने देशभर में चक्का जाम किया. विपक्षी दलों ने भी किसानों के चक्का जाम का समर्थन किया और केंद्र सरकार से तीनों कानूनों को वापस लेने के लिए कहा. उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे के बलीचा चौराहे के पास किसान और अन्य संगठनों ने विरोध दर्ज कराते हुए चक्का जाम किया. दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक चक्का जाम किया गया. इस बीच शासन प्रशासन ने हाईवे से गुजरने वाले वाहनों को डायवर्ट किया.
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किसानों और अन्य संगठनों के लोग सड़क पर दरी बिछाकर बैठ गए. हाथों में झंडा लिए महिलाएं, बुजुर्ग और युवाओं ने अपना विरोध दर्ज करवाया. चक्का जाम में शामिल होने आई महिलाओं ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को किसानों पर थोपने का काम किया है. पहले से ही कोरोना के कारण किसान परेशानी से जूझ रहे थे. लेकिन इसी बीच सरकार ने कृषि कानून लाकर किसानों पर दोहरी मार का काम किया है.
चक्का जाम के दौरान खेरवाड़ा से आदिवासी समाज के लोगों ने नाच-गाकर मनोरंजन किया. वहीं राजधानी जयपुर में चाहे दौलतपुरा टोल हो, चौमू का टाटिया वास टोल हो या फिर जयपुर का भागरोटा, हर जगह कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में चक्का जाम करते हुए नजर आए.