उदयपुर. जिले में संक्रमण को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग पूर्ण मुस्तैदी के साथ तत्पर है और घर-घर सर्वे कार्य जारी है. जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता, सहायिका, आशा सहयोगिनी एवं नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी घर-घर जाकर शहरवासियों के स्वास्थ्य का हाल जान रहे हैं.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि सरकार द्वारा लगाया गया जन अनुशासन पखवाड़ा संक्रमण की चेन तोड़ने में काफी हद तक कारागार होगा. चूंकि इस दौरान सभी लोग अपने घरों में मौजूद रहेंगे तो विभाग द्वारा घर-घर सर्वे करा सर्दी जुकाम के लक्षणों वाले रोगियों की स्क्रीनिंग कर घर पर ही दवा उपलब्ध करवाई जा रही है. इससे असिम्टोमैटिक और माइल्ड सिम्प्टोमैटिक मरीजों द्वारा फैलने वाले संक्रमण पर रोकथाम लगेगी.
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साथ ही लोगों को जागरूक बनाने के लिए मास्क पहनने, कोरोना उपयुक्त व्यवहार का पालन करने एवं क्वॉरेंटाइन के दौरान बरतने वाली सावधानियों संबंधी जानकारी पुस्तिकाएं भी वितरित की जा रही है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को सर्वे के दौरान शहर के विभिन्न वार्डों के 5 हजार 735 घरों का सर्वे कर 28840 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें आईएलआई के 520 रोगी पाए गए, जिनको मौके पर ही दवा उपलब्ध करवाकर घर पर क्वॉरेंटाइन रहने के लिए पाबंद किया गया.