उदयपुर. मेवाड़ की 2 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर अब सरगर्मी और तेज हो गई है. नामांकन की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर होने के कारण भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार अपनी-अपनी पार्टी की वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर टिकट की दावेदारी जता रहे हैं. वल्लभनगर विधानसभा 'हॉट सीट' बनी हुई है. यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
यहां कांग्रेस, भाजपा और जनता सेना भी प्रमुखता से चुनाव लड़ेंगी, हालांकि अभी तक तीनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं. ऐसे में कांग्रेस और भाजपा के कई दावेदार जयपुर में डेरा डाले हुए हैं और वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
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कांग्रेस की बात करें तो भूतपूर्व विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत ने कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है. इसके अलावा भीम सिंह चुंडावत, राज सिंह झाला अभी जयपुर में है तो वहीं दूसरी तरफ गजेंद्र सिंह शक्तावत के बड़े भाई देवेंद्र सिंह शक्तावत करीब 2 से 3 दिन जयपुर रहने के बाद कई नेताओं से मुलाकात कर वापस वल्लभनगर लौट आए हैं.
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अब जैसे-जैसे चुनाव नामांकन की तारीख नजदीक आ रही है भाजपा कांग्रेस के अलावा जनता सेना भी विशेष रणनीति बनाने में जुटी हुई है. फिलहाल कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों की बैठकों का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. इस बार कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों में आपसी गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है. ऐसे में दोनों ही पार्टियों के दर्जनभर दावेदार सामने आ चुके हैं. इन्हें एकजुट कर पार्टी के कैंडिडेट को टिकट देना बड़ा मुश्किल साबित हो रहा है.
वहीं कांग्रेस को भी दुविधा का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि गजेंद्र सिंह शक्तावत के बड़े भाई देवेंद्र सिंह शक्तावत भी दावेदारी जता चुके हैं. ऐसे में उन्होंने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यहां तक कह दिया था कि अगर प्रीति शक्तावत को टिकट दिया गया तो वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर सकते हैं. अब आने वाले 1 से 2 दिन में कांग्रेस और भाजपा के वरिष्ठ नेता का वल्लभनगर में दौरा भी देखने को मिलेगा जहां वे अपनी पार्टी के लिए जनता के बीच पहुंचकर वोट मांगेंगे.