उदयपुर. जिले में मंगलवार को भारतीय नागरिकता के लिए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के विस्थापितों के लिए भारतीय नागरिकता कैंप का आयोजन किया गया. इस कैंप में जिला प्रशासन के साथ ही संबंधित सभी विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.
उदयपुर में मंगलवार को राज्य सरकार की ओर से नागरिकता कैंप 2019 का आयोजन किया गया. इस कैंप में मुख्य रूप से अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के अल्पसंख्यक जो भारत में निवास करते हैं, उन्हें नागरिकता देने की प्रक्रिया में आ रही अड़चनों को दूर करने की प्रक्रिया को शुरू किया गया. कैंप में मुख्य रूप से अन्य देशों के हिन्दू, सिक्ख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के लोग नागरिकता के लिए पहुंचे.
वहीं सौं से ज्यादा लोग जिले में लगे इस कैंप में पहुंचे और अपने दस्तावेजों को संबधित अधिकारियों से जांच करवाई. इस कैंप का आयोजन पिछले लंबे समय से नागरिकता के लिए परेशान हो रहे लोगों की समस्या को जल्द दूर करने के लिए किया गया. दरअसल, नागरिकता प्रक्रिया ऑनलाईन होने के बाद लोगों को समस्याएं आ रही थी.
यह भी पढे़ं. पानीपत पर नहीं थम रहा विवाद, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने फिल्म को बताया आपत्तिजनक
ऐसे में सभी के दस्तावेजों में आ रही कमी को कैंप में दूर कराया गया. कैंप में आए लोगों के लिए नागरिकता की जांच से जुडे़ सभी विभागों को कैंप स्थल पर ही मौजुद रखा गया. इस कैंप में सीआईडी शाखा, स्टांप वेंडर, बैंक अधिकारी मौजुद रहे. जिन्होंने लोगों की समस्याओं को दूर किया.
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर संजय कुमार बसु ने बताया कि जिला प्रशासन का यह पहल उन लोगों के लिए है, जो लंबे समय से भारतीय नागरिकता लेने के लिए परेशान हो रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से उनकी सहूलियत के लिए एक ही स्थान पर सभी विभागों के अधिकारी मौजूद हैं.