उदयपुर. राजस्थान में एक बार फिर से सियासत गर्म हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के घर सीबीआई की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के नेता अब केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर मीणा ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मोदी सरकार पर जुबानी हमला बोला है. रघुवीर मीणा ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों पर आम आदमी की आस्था थी, जिसे केंद्र सरकार तोड़ने का काम कर रही है. नेताओं को डराने-धमकाने के लिए सीबीआई के छापे डाले जा रहे हैं.
मीणा ने कहा कि केंद्र सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के यहां (CWC Member Raghuveer Meena Targeted Modi Government) सीबीआई की रेड करवा रही है, क्योंकि सीएम गहलोत दिल्ली में सक्रिय होकर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. इसलिए उन्हें डराने के लिए इस तरह की छापामार कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पहले भी संघर्ष कि है और आगे भी केंद्र सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ लड़ते रहेंगे.
इस दौरान कांग्रेस पार्टी की ओर से कलेक्ट्रेट के बाहर राहुल गांधी की ईडी से पूछताछ को लेकर (Rahul Gandhi ED Case) विरोध-प्रदर्शन किया गया. जिसमें केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष, कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे.
फर्टिलाइजर स्कैम का आरोप: अग्रसेन गहलोत पर यूपीए सरकार के दौरान 2007 से 2009 के बीच सब्सिडी वाले उर्वरक को निर्यात करने का आरोप है. सूत्रों ने बताया कि अग्रसेन गहलोत ने 2007 से 2009 के दौरान किसानों को सब्सिडी पर मिलने वाले म्यूरिएट ऑफ पोटाश को विदेश में निर्यात किया था. कस्टम डिपार्टमेंट ने इसके लिए उन पर 60 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. जानकारी के अनुसार MoP देश के किसानों के लिए था, लेकिन इसे अग्रसेन गहलोत ने अपनी कंपनी अनुपम कृषि के जरिए सस्ती दर पर खरीदा और बाद में इसे मलेशिया और वियतनाम जैसे देशों में बेच दिया. कस्टम डिपार्टमेंट की चार्जशीट के आधार पर ईडी ने पिछले साल अग्रसेन गहलोत समेत तीन कंपनियों और उनके मालिकों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था.
रफीक खान ने भी साधा भाजपा पर निशाना : राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष रफीक खान ने राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर सरकारी एजेंसियों का कांग्रेस के खिलाफ दुरुपयोग कर रही है. हमारे सीनियर नेता राहुल गांधी को पूछताछ के लिए ईडी ने नोटिस देकर बुलाया. देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब खुद की पार्टी के कार्यालय में खुद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को नहीं जाने दिया जा रहा.