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उदयपुर : महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर हुई एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रिल...

डबोक में स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मंगलवार को एक विमान के हाईजैक होने की सूचना मिली. जिसके बाद एयरपोर्ट पर एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया. इस मॉक ड्रिल के दौरान एयरपोर्ट पर पुलिस विभाग की ईआरटी टीम, पुलिस कन्ट्रोल रूम से रिजर्व, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस आदि एयरपोर्ट पहुंचे.

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Published : Dec 15, 2020, 9:48 PM IST

एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रील, Udaipur's latest Hindi news, विमान हाइजैक
डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर की गई एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रील

उदयपुर. जिले के डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मंगलवार को एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रिल की गई. एयरपोर्ट से जिला प्रशासन को सूचना मिली कि एयरपोर्ट पर जयपुर से मुम्बई जाने वाला एक विमान जो उदयपुर में रिफलिंग के लिए उतरने वाला है, वो हाइजैक हो गया है.

डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर की गई एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रिल

सूचना मिलते ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओपी बुनकर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए. इसके साथ ही पुलिस विभाग की ईआरटी टीम, पुलिस कन्ट्रोल रूम से रिजर्व, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस आदि एयरपोर्ट पहुंचे. दरअसल, एयरपोर्ट में साल में एक बार मॉक ड्रिल करने का प्रावधान है, जिससे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के मध्य समन्वय बना रहे और एयरपोर्ट पर आपातकालीन स्थिति से समय रहते निपटा जा सके.

पढ़ें- कृषि कानून के विरोध पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बोले- ये किसान आंदोलन प्रायोजित

इस तरह हुई मॉक ड्रिल

डबोक एयरपोर्ट एटीसी को सूचना मिली कि जयपुर से मुम्बई जाने वाला एक विमान हाइजैक हो गया है. इस विमान का उदयपुर में रिफलिंग के लिए अनुमानित 10:30 बजे उतरना प्रस्तावित था. सूचना मिलते ही एयरपोर्ट प्रशासन हरकत में आया और एयरपोर्ट ऑथारिटी स्टाफ और सीआईएसएफ ने तुरंत रणनीति बनाई. विमान को लेण्ड होने के साथ आईसोलेशन बे पर शिफ्ट किया गया और रन वे को क्रेश फायर टेंडर से लॉक कर दिया गया. ताकि प्लेन को उडने ना दिया जा सके.

इसके साथ ही सीआईएसएफ की क्यूआरटी टीम ने चारों ओर से आइसोलेशन बे को अपने कब्जे में लिया. एयरपोर्ट के बाहरी परिसर में राजस्थान पुलिस के जवान और सीआईएसएफ की रिजर्व टीम और परिसर के अंदर की सुरक्षा के लिए सीआईएसएस की क्यूआरटी टीम के जवान तैनात रहे. इसके साथ ही पुलिस विभाग की बम स्क्वायर्ड टीम, सीआईएसएफ की डॉग स्क्वायर्ड टीम, पुलिस की एफएसएल टीम, एनसीसी के एयरविंग के अधिकारी, एमबीसी आदि ने भी मोर्चा संभाला.

ये रहे मौजूद...

इस ड्रिल के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओपी बुनकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला, एयरपोर्ट डायरेक्टर नन्दिता भट्ट, सीआईएसएफ असिस्टेंट कमाण्डेंट विपुल सैनी, एटीसी इंचार्ज मार्क्स भारतीय, डबोक थानाधिकारी लीलाधर मालवीय, इंसपेक्टर जितेन्द्र रजोरिया, अतुल शर्मा, मनीष चौधरी, सीआईएसएफ विजिलेंस टीम के सब इंस्पेक्टर बसंत कुमार सिंह, एएसआई रतनलाल शर्मा के साथ कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे और निर्देश देते हुए मॉक ड्रिल संपन्न कराई.

बैठक ली और दिए निर्देश...

मॉक ड्रिल के बाद एयरपोर्ट के एटीसी टॉवर में एंटी हाईजैकिंग कंट्रोल रूम में प्रशासनिक, पुलिस और एयरपोर्ट अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक हुई और मॉक ड्रिल की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए. बैठक में एडीएम (प्रशासन) ओपी बुनकर और एयरपोर्ट डायरेक्टर नंदिता भट्ट ने पूरी गंभीरता बरतने और समन्वय स्थापित करते हुए ऐसे हादसों में कार्रवाई करने को कहा.

पढ़ें- राजस्थान में कांग्रेस का सफाया होगा और भाजपा करेगी राज: अर्जुन लाल मीणा

उन्होंने कहा कि ऐसे हादसों के दौरान मीडिया के लिए प्रोटोकॉल और उनकी ओर से जारी करने योग्य तथ्यों पर जानकारी दी. उन्होंने ये भी आह्वान किया कि ऐसे हादसों के दौरान संबंधित अधिकारियों को लगातार फोन करने के स्थान पर धैर्य रखते हुए करवेज किया जाना चाहिए.

उदयपुर. जिले के डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मंगलवार को एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रिल की गई. एयरपोर्ट से जिला प्रशासन को सूचना मिली कि एयरपोर्ट पर जयपुर से मुम्बई जाने वाला एक विमान जो उदयपुर में रिफलिंग के लिए उतरने वाला है, वो हाइजैक हो गया है.

डबोक स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर की गई एंटी हाइजैकिंग मॉक ड्रिल

सूचना मिलते ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओपी बुनकर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए. इसके साथ ही पुलिस विभाग की ईआरटी टीम, पुलिस कन्ट्रोल रूम से रिजर्व, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस आदि एयरपोर्ट पहुंचे. दरअसल, एयरपोर्ट में साल में एक बार मॉक ड्रिल करने का प्रावधान है, जिससे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के मध्य समन्वय बना रहे और एयरपोर्ट पर आपातकालीन स्थिति से समय रहते निपटा जा सके.

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इस तरह हुई मॉक ड्रिल

डबोक एयरपोर्ट एटीसी को सूचना मिली कि जयपुर से मुम्बई जाने वाला एक विमान हाइजैक हो गया है. इस विमान का उदयपुर में रिफलिंग के लिए अनुमानित 10:30 बजे उतरना प्रस्तावित था. सूचना मिलते ही एयरपोर्ट प्रशासन हरकत में आया और एयरपोर्ट ऑथारिटी स्टाफ और सीआईएसएफ ने तुरंत रणनीति बनाई. विमान को लेण्ड होने के साथ आईसोलेशन बे पर शिफ्ट किया गया और रन वे को क्रेश फायर टेंडर से लॉक कर दिया गया. ताकि प्लेन को उडने ना दिया जा सके.

इसके साथ ही सीआईएसएफ की क्यूआरटी टीम ने चारों ओर से आइसोलेशन बे को अपने कब्जे में लिया. एयरपोर्ट के बाहरी परिसर में राजस्थान पुलिस के जवान और सीआईएसएफ की रिजर्व टीम और परिसर के अंदर की सुरक्षा के लिए सीआईएसएस की क्यूआरटी टीम के जवान तैनात रहे. इसके साथ ही पुलिस विभाग की बम स्क्वायर्ड टीम, सीआईएसएफ की डॉग स्क्वायर्ड टीम, पुलिस की एफएसएल टीम, एनसीसी के एयरविंग के अधिकारी, एमबीसी आदि ने भी मोर्चा संभाला.

ये रहे मौजूद...

इस ड्रिल के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) ओपी बुनकर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश सांखला, एयरपोर्ट डायरेक्टर नन्दिता भट्ट, सीआईएसएफ असिस्टेंट कमाण्डेंट विपुल सैनी, एटीसी इंचार्ज मार्क्स भारतीय, डबोक थानाधिकारी लीलाधर मालवीय, इंसपेक्टर जितेन्द्र रजोरिया, अतुल शर्मा, मनीष चौधरी, सीआईएसएफ विजिलेंस टीम के सब इंस्पेक्टर बसंत कुमार सिंह, एएसआई रतनलाल शर्मा के साथ कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे और निर्देश देते हुए मॉक ड्रिल संपन्न कराई.

बैठक ली और दिए निर्देश...

मॉक ड्रिल के बाद एयरपोर्ट के एटीसी टॉवर में एंटी हाईजैकिंग कंट्रोल रूम में प्रशासनिक, पुलिस और एयरपोर्ट अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक हुई और मॉक ड्रिल की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए. बैठक में एडीएम (प्रशासन) ओपी बुनकर और एयरपोर्ट डायरेक्टर नंदिता भट्ट ने पूरी गंभीरता बरतने और समन्वय स्थापित करते हुए ऐसे हादसों में कार्रवाई करने को कहा.

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उन्होंने कहा कि ऐसे हादसों के दौरान मीडिया के लिए प्रोटोकॉल और उनकी ओर से जारी करने योग्य तथ्यों पर जानकारी दी. उन्होंने ये भी आह्वान किया कि ऐसे हादसों के दौरान संबंधित अधिकारियों को लगातार फोन करने के स्थान पर धैर्य रखते हुए करवेज किया जाना चाहिए.

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