उदयपुर. अहिंसा के पुजारियों ने अब रौद्र रूप लेना शुरू कर दिया है. केंद्र सरकार के एक फैसले से आक्रोशित जैन मुनियों ने केंद्र सरकार को चेतावनी भी दे दी है. पश्चिम बंगाल के वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बटुकेश्वर दत्त रेलवे स्टेशन करने की घोषणा से जैन समाज में विरोध व्याप्त हो गया. जैन मुनियों ने सरकार को 15 अगस्त तक पुनर्विचार कर फैसले को निरस्त करने की मांग की है.
जैन मुनी कमलमुनी ने कहा कि ऐसा कौनसा पहाड़ टूट पड़ा और ऐसी कौनसी आपत्ति आयी जो वर्धमान स्टेशन का नाम बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा. जैन मुनी ने कहा कि जो काम अंग्रेजों, मुगलों, कांग्रेस और ममता बनर्जी ने नहीं किया. वो काम धर्म की दुहाई देने वाली सरकार ने किया है. ऐसे नाम बदलने का विचार करना भी अक्षम्य अपराध है. जैन मुनी ने कहा कि वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलना भगवान महावीर का अपमान नहीं भारतीय संस्कृति का अपमान है.
जैन मुनी ने केन्द्र सरकार को देशव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी दी है. जैन मुनी ने कहा कि अंहिसा हमारी कमजोरी नहीं है. हम पहले किसी को छेड़ते नहीं है और छेड़ने वालों को हम छोड़ते नहीं है. हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह सरकार को सदबुद्धि दें, ताकि वह फैसले पर पुनर्विचार कर घोषणा को निरस्त करें.