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वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा से जैन मुनियों में आक्रोश, देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी

अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले जैन मुनि उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. केंद्र सरकार के एक फैसले से नाराज जैन मुनि इतने आक्रोशित हैं कि उन्होंने केंद्र सरकार को उनकी मांग नहीं मानने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी तक दे डाली है.

वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा से जैन मुनियों में आक्रोश
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Published : Jul 23, 2019, 9:02 PM IST

उदयपुर. अहिंसा के पुजारियों ने अब रौद्र रूप लेना शुरू कर दिया है. केंद्र सरकार के एक फैसले से आक्रोशित जैन मुनियों ने केंद्र सरकार को चेतावनी भी दे दी है. पश्चिम बंगाल के वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बटुकेश्वर दत्त रेलवे स्टेशन करने की घोषणा से जैन समाज में विरोध व्याप्त हो गया. जैन मुनियों ने सरकार को 15 अगस्त तक पुनर्विचार कर फैसले को निरस्त करने की मांग की है.

वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा से जैन मुनियों में आक्रोश, देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी

जैन मुनी कमलमुनी ने कहा कि ऐसा कौनसा पहाड़ टूट पड़ा और ऐसी कौनसी आपत्ति आयी जो वर्धमान स्टेशन का नाम बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा. जैन मुनी ने कहा कि जो काम अंग्रेजों, मुगलों, कांग्रेस और ममता बनर्जी ने नहीं किया. वो काम धर्म की दुहाई देने वाली सरकार ने किया है. ऐसे नाम बदलने का विचार करना भी अक्षम्य अपराध है. जैन मुनी ने कहा कि वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलना भगवान महावीर का अपमान नहीं भारतीय संस्कृति का अपमान है.

जैन मुनी ने केन्द्र सरकार को देशव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी दी है. जैन मुनी ने कहा कि अंहिसा हमारी कमजोरी नहीं है. हम पहले किसी को छेड़ते नहीं है और छेड़ने वालों को हम छोड़ते नहीं है. हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह सरकार को सदबुद्धि दें, ताकि वह फैसले पर पुनर्विचार कर घोषणा को निरस्त करें.

उदयपुर. अहिंसा के पुजारियों ने अब रौद्र रूप लेना शुरू कर दिया है. केंद्र सरकार के एक फैसले से आक्रोशित जैन मुनियों ने केंद्र सरकार को चेतावनी भी दे दी है. पश्चिम बंगाल के वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बटुकेश्वर दत्त रेलवे स्टेशन करने की घोषणा से जैन समाज में विरोध व्याप्त हो गया. जैन मुनियों ने सरकार को 15 अगस्त तक पुनर्विचार कर फैसले को निरस्त करने की मांग की है.

वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा से जैन मुनियों में आक्रोश, देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी

जैन मुनी कमलमुनी ने कहा कि ऐसा कौनसा पहाड़ टूट पड़ा और ऐसी कौनसी आपत्ति आयी जो वर्धमान स्टेशन का नाम बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा. जैन मुनी ने कहा कि जो काम अंग्रेजों, मुगलों, कांग्रेस और ममता बनर्जी ने नहीं किया. वो काम धर्म की दुहाई देने वाली सरकार ने किया है. ऐसे नाम बदलने का विचार करना भी अक्षम्य अपराध है. जैन मुनी ने कहा कि वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलना भगवान महावीर का अपमान नहीं भारतीय संस्कृति का अपमान है.

जैन मुनी ने केन्द्र सरकार को देशव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी दी है. जैन मुनी ने कहा कि अंहिसा हमारी कमजोरी नहीं है. हम पहले किसी को छेड़ते नहीं है और छेड़ने वालों को हम छोड़ते नहीं है. हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि वह सरकार को सदबुद्धि दें, ताकि वह फैसले पर पुनर्विचार कर घोषणा को निरस्त करें.

Intro:अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले जैन मुनि अब उग्र आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं जी हां केंद्र सरकार के एक फैसले से नाराज जैन समुदाय के मुनि अब इतने आक्रोशित हैं कि उन्होंने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए अपनी मांग नहीं मानने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी तक दे डाली है भाई आपको भी बताते हैं Body:अहिंसा के पुजारियो ने अब रौद्र रूप लेना शुरू कर दिया है आक्रोष में आये अहिंसा के पुजारी माने जाने वाले जैन मुनियों ने केन्द्र सरकार को खुले शब्दो में चेतावनी भी दे दी है दअरसल मामला बंगाल के वर्धमान रेलवे स्टेशन से जुडा हुआ है बंगाल के वर्धमान रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर बटुकेश्वर दत्त रेलवे स्टेशन करने की घोषणा केन्द्र सरकार के गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने की है ऐसे में अब भगवान महावीर के नाम से जुडे वर्धमान रेलवे स्टेशन के नाम परिवर्तन को लेकर जैन समाज में विरोध व्याप्त हो गया है राष्ट्र संत कमलमुनी कमलेश ने आज उदयपुर में केन्द्र सरकार को दो टूक शब्दो में चेतावनी दी हैं, जिसमें दस दिन में इस फैसले पर विचार करने और पुन: भगवान महावीर के नाम से स्टैशन के नाम की घोषणा करने की बात कही है जैन मुनी ने साफ किया कि वर्धमान स्टेशन बचाओं संघर्ष समिति का गठन किया जा रहा हैं जिसमें देशभर जैन समाज के प्रतिनिधी रहेंगे ओर वे प्रधानमंत्री से मुलाकात कर इस विषय में जैन समाज की नाराजगी से भी अवगत करायेंगे आक्रोष में कमल मुनी कमलेश ने विवादित रूप से महात्मा गांधी और भगवान राम के नाम को हटाने का बयान दे डाला Conclusion:आपको बता दे कि जैन समाज के संत शांति एवं अहिंसा का संदेश देते हैं लेकिन ऐसा शायद पहली बार ही हुआ हैं जब जैन मुनी ने केन्द्र सरकार को साफ साफ शब्दो में चेतावनी दी हैं कि वे पहले किसी को छेडते नहीं हैं, लेकिन जो उन्हें छेड दे वे उन्हें छोडते भी नहीं हैँ।
बाईट - कमल मुनी कमलेश - जैन मुनी
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