श्रीगंगानगर. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महिला अपराधों को लेकर भले ही राजस्थान पुलिस को सख्त होने के निर्देश दे चुके हैं, लेकिन फिर भी पुलिस महिलाओं पर होने वाले अपराधों में त्वरित कार्रवाई करने में गंभीर नजर नहीं आ रही है. बता दें कि ऐसा ही एक मामला श्रीगंगानगर में सामने आया है, जहां श्रीगंगानगर पुलिस की लापरवाही सामने आई है. दरअसल, 19 वर्षीय युवती के साथ दुष्कर्म की घटना के 3 महीने बाद भी महिला थाना पुलिस ने 2 नामजद आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है. वहीं, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीड़िता दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है.
जानकारी के अनुसार पीड़िता ने 6 जुलाई 2019 को रवि, रेखा, पप्पू और किरण के खिलाफ धारा 366, 342, 370, 376 और 120 B आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था. वहीं, पीड़िता ने बताया कि अभियुक्त रेखा और रवि उसे घर से 1 जनवरी 2019 को बहला-फुसलाकर ले गए थे. रेखा ने पीड़िता को सरदार शहर में अपने परिचित पप्पू के पास भेजा, जहां पप्पू उसे अपने घर ले गया. उन्होंने बताया कि पप्पू पीड़िता के साथ लगातार 5 दिनों तक दुष्कर्म किया और साथ ही वीडियो क्लिप भी बना ली.
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पीड़िता ने बताया कि उसके बाद रेखा और पप्पू ने षड्यंत्र करके पीड़िता को मकराना, नागौर के किरण सेसरिया को 80 हजार रुपए में बेच दिया. वहीं, किरण सेसरिया पीड़िता को मुंबई ले गया और वहां उसके साथ लगातार जबरन दुष्कर्म करता रहा. पीड़िता ने बताया कि एक दिन मौका पाकर पीड़िता ने अपने परिजनों को घटना की सूचना दी, जिसके बाद पीड़िता के परिजनों ने रवि और रेखा से बात की. इन दोनों से हुई बातचीत के बाद पप्पू और किरण मुंबई से पीड़िता को साथ लेकर गंगानगर ले आए.
वहीं, पीड़िता की ओर से करवाए गए मुकदमे में महिला थाना पुलिस ने 2 आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुकदमे में नामजद आरोपी रवि और किरण को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है. जानकारी के अनुसार अभियुक्त रवि एक अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उस पर 13 मुकदमे पहले से चल रहे हैं. ऐसे में पीड़िता अब पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा कर न्याय की गुहार लगा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही है. वहीं, मामले को लेकर पुलिस अधिकारी कार्रवाई की बात तो कर रहे हैं,लेकिन कैमरे पर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं.