श्रीगंगानगर. गुरुद्वारा संत करतार साहिब से 1 दिसंबर की रात को गुरुग्रंथ साहिब उठा ले जाने की वारदात में भाड़े पर लाए गए बदमाशों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था. घटना के बाद मामले में पुलिस लगातार आरोपियों की धरपकड़ करने में जुटी हुई है. गुरुद्वारे की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर गुरुग्रंथ साहिब को उठाकर ले जाने वाले आठ आरोपियों को पुलिस ने दबोच भी लिया था.
वहीं पुलिस बाकी आरोपियों की धरपकड़ करने में लगी हुई है. इसी क्रम में चुनावढ़ पुलिस ने पांच और बदमाशों को पकड़ लिया है. पकड़े गए इन बदमाशों को न्यायालय में पेश किया गया. जिसके बाद न्यायालय ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. सूरतगढ़ के हिस्ट्रीशीटर आत्माराम विश्नोई उसकी गैंग के सदस्य कमलेश जैन, रमजान शाह, देवेंद्र सिंह राजपूत, इंद्राज मेघवाल को अदालत में पेश किया गया.
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बापर्दा गिरफ्तार इन आरोपियों को न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए हैं. थानाधिकारी परमेश्वर सुथार ने अदालत में शिनाख्त परेड के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त करने की अर्जी दाखिल कर दी है. इस प्रक्रिया के बाद पुलिस जांच को आगे बढ़ाएगी. दरअसल गुरुग्रंथ साहिब ले जाने की इस वारदात में दूसरे पक्ष ने भाड़े पर लाए गए बदमाशों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था.
न्यायालय के आदेश से कार्यपालक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में जेल में पांचों आरोपियों की शिनाख्त परेड होगी. इसकी मजिस्ट्रेट रिपोर्ट वापस पुलिस को प्राप्त होगी. इसमें आरोपियों की शिनाख्त होने के बाद इनको वापस प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया जाएगा. वारदात के दौरान जिन 8 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
उन्होंने पूछताछ में बताया था कि निर्मल सिंह खरलिया ने 28 नवंबर को सूरतगढ़ के हिस्ट्रीशीटर आत्माराम विश्नोई से संपर्क कर कहा था कि 1 दिसंबर की रात को 11 बजे गुरुद्वारा से श्री गुरुग्रंथ साहिब उठाकर लेकर जाना है. आत्माराम सूरतगढ़ में पूरी गैंग ऑपरेट करता है. इस संबंध में सीओ सिटी विद्या प्रकाश ने आरोपी और उसकी गैंग की लोकेशन पता की और आरोपियों को धर-दबोचा.
आत्माराम बिश्नोई पर हत्या, जानलेवा हमले, डकैती जैसे संगीन अपराधों के 18 मुकदमे दर्ज हैं. वह आनंदपाल गैंग का सक्रिय सदस्य रह चुका है. उसके साथ ही गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर भी जानलेवा हमला, डकैती जैसे संगीन अपराधों में भी उसपर चार से पांच मुकदमे दर्ज है. वारदात में शामिल होने के लिए आत्माराम को आने जाने का 3000 रुपए किराया दिया. वहीं, शेष 50 हजार रुपए दिए जाने थे.