श्रीगंगानगर. हनुमानगढ़ जिले के भादरा कस्बे के विवेकानंद कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने जा रही एबीवीपी की उम्मीदवार के साथ एसएफआई कार्यकर्ताओं के मारपीट करने और उसका नामांकन छीनकर फाड़ने का मामला सामने आया है.
राजस्थान का ये पहला मामला है, जब इस तरह से नामांकन करने से रोकने की दादागिरी किसी छात्र संगठन ने की है. इस घटना के बाद भादरा थाना पुलिस ने इस संबंध में एसएफआई के तहसील अध्यक्ष समेत करीब दो दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
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वहीं, विवेकानंद कॉलेज प्रशासन ने इस घटना के बाद 27 अगस्त को होने वाले महाविद्यालय के छात्रसंघ चुनावों को निरस्त करने की हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन से अपील की है. जिला कलेक्टर ने प्रमुख शासन सचिव (उच्च शिक्षा) और कॉलेज शिक्षा आयुक्त (राजस्थान सरकार) को पत्र लिखकर चुनाव रद्द करने के लिए आगामी निर्देश मांगे हैं. जिला कलेक्टर ने अपने पत्र में लिखा है कि नामांकन के दौरान छात्र संगठन एसएफआई के सहयोगियों ने एबीवीपी के उम्मीदवार को नामांकन भरने से जबरन रोककर नामांकन फाड़ दिया और झगड़ा कर उसकी पिटाई की.
बता दें कि भादरा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जगदीप पुत्र मदनसिंह जाट निवासी मोठसरा ने मामला दर्ज करवाया है कि वो गुरूवार दोपहर करीब ढाई बजे विवेकानंद कॉलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव हेतु एबीवीपी उम्मीदवार मन्जू पुत्री बनवारीलाल जाट का नामांकन दाखिल करवाने गया. तभी कॉलेज परिसर में एसएफआई से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मुकेश सांई बलवान पुत्र जयसिंह मलखेड़ा, एसएफआई के तहसील अध्यक्ष कवि लाम्बा और 15-20 अन्य लोग गाड़ियों में बैठकर आए. वो बुलेरो गाड़ी (नंबर- एच आर 39 सी 8694), मार्शल और बाइक पर एक साथ डंडे और लाठियों के साथ थे. इसके बाद उनके साथियों के साथ मारपीट की और छात्रसंघ अध्यक्ष पद का नामांकन पत्र भरने जा रही उम्मीदवार मन्जू को रोका और उसका नामांकन छीनकर फाड़ दिया. साथ ही धक्का-मुक्की कर जगदीप की सोने की चैन छीन ली.
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घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने घटना को लेकर स्थानीय उपखण्ड अधिकारी को जिला कलेक्टर के नाम अनुशंसा करते हुए कहा कि इस घटना को देखते हुए कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव नहीं हो सकते. ऐसे में छात्र संघ चुनाव निरस्त किया जाए. दूसरी ओर जिला कलेक्टर ने भी इस संबंध में कॉलेज प्रशासन की अनुशंसा पर राजस्थान उच्च शिक्षा के प्रमुख शासन सचिव और कॉलेज शिक्षा आयुक्त को पत्र लिखकर विवेकानंद महाविद्यालय में इस वर्ष के छात्रसंघ चुनावों को निरस्त करने की अनुशंसा की है.
दूसरी ओर, पूरे घटनाक्रम के बाद भी भादरा के माकपा विधायक बलवान पूनिया कॉलेज में एसएफआई उम्मीदवार को निर्विरोध अध्यक्ष बनवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. बता दें कि छात्र संघ चुनाव निरस्त किए जाने का राज्य में ये पहला मामला होगा.