श्रीगंगानगर. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार जुटा हुआ है. यही कारण है कि अभी तक कोरोना के संदिग्ध रोगियों के लिए गये सैंपल नेगेटिव आए हैं. जिला प्रशासन कोरोना संदिग्ध रोगियों और बाहर से आने वाले रोगियों को होम क्वॉरेंटाइन में रख रहा है. जिले में अब तक जितने भी संदिग्धो को क्वॉरेंटाइन में रखा गया है, उन पर विशेष निगरानी रखी जा रही है.
जिला चिकित्सालय में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड के अलावा जिले में टांटिया कॉलेज और निजी अस्पतालों सहित कई धर्मशालाओं को होम क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. जिनमें बाहर से आने वाले संदिग्ध रोगियों को सैंपल लेने के बाद 14 दिनों तक भर्ती रखा जा रहा है. संदिग्ध रोगियों के लिए बनाए गए आइसोलेशन में सैंपलिंग के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने पर भी क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही रखा जा रहा है. जहां पर पुलिस और डॉक्टरों की टीम इनकी विशेष निगरानी कर रही है.
इन क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए लोगों से पुलिस और डॉक्टर किसी को मिलने की अनुमति नहीं दे रहे हैं. वहीं खाने-पीने सहित तमाम प्रकार की व्यवस्थाएं इनके लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर में की गई हैं. चितलांगिया धर्मशाला में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में अभी 47 लोगों को रखा गया है. जिनमें बाहर से आए 42 जमाती हैं. इन जमातियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में 28 दिन तक रखने की अनुशंसा की गई है.
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वहीं जमातियों के सैंपल लेकर भेजे गए जिनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है. लेकिन फिर भी जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन किसी प्रकार का खतरा मोल नहीं लेना चाहता है. जिसके चलते इन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया है. डॉक्टरों की मानें तो जिन लोगों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया है, उनके स्वास्थ्य की जांच लगातार की जा रही है और किसी प्रकार की तकलीफ होने पर उन्हें इलाज दिया जा रहा है.
हालांकि 42 जामातियों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी नहीं दी जा रही है. जिस प्रकार से जमातीयों ने कोरोना संक्रमण दूसरे जिलों में फैलाया है, उनको देखते हुए यहां इन पर नजर रखी जा रही है.