श्रीगंगानगर. निकाय चुनाव में कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टियों ने अपनी बोर्ड बनाने के लिए तैयारी में जुट गई हैं. कांग्रेस पार्टी सत्ता में होने का फायदा लेकर अधिक से अधिक बोर्ड बनाने की रणनीति में जुटी हुई है. वहीं भाजपा शहरी क्षेत्र में अपने बढ़े हुए जनाधार से मतदाताओं अपने पक्ष में रककर निकाय चुनाव में अधिक बोर्ड बनाने का दावा कर रही है.
भारतीय जनता पार्टी के सात मोर्चों में मुख्य भूमिका निभाने वाले अनुसूचित जाति/जनजाति मोर्चा निकाय चुनाव में अपनी विशेष भूमिका निभाने के लिए जुटा हुआ है. भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ओपी महेंद्रा से ईटीवी भारत ने खास बातचीत कहा कि नगर निकायों में अनुसूचित जाति/जनजाति मोर्चा की विशेष भूमिका रहेगी.
साथ ही बताया कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने सात मोर्चों में से तीन मोर्चों को निकाय चुनाव में विशेष दायित्व दिया है. इसमें एक अनुसूचित जाति मोर्चा है, जिसने निकाय चुनाव में 49 प्रभारी लगाए हैं. वहीं महिला मोर्चा और युवा मोर्चा है. पार्टी ने इन तीन मोर्चों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है.
पढ़ें- श्रीगंगानगर : जिला महासचिव ने कहा बागियों को घर जाकर मनाएंगे कांग्रेस नेता
एससी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जहां निकाय चुनाव हो रहे हैं. वहां अनुसूचित जाति मोर्चा अपनी बैठके ले रहा है. प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि हमारे जितने भी पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक, सांसद, पूर्व सांसद और प्रदेश के पदाधिकारी सभी निकायों में बैठकें कर रहे हैं. निकाय चुनाव में अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित सीटों पर मोर्चे का विशेष टारगेट रहेगा.
उन्होंने कहा कि जहां अनुसूचित जनजाति मतदाताओं की संख्या 15 प्रतिशत से ज्यादा है, वहां मोर्चे का फोकस रहेगा. मोर्चा आने वाले समय में हर नगर निकाय पर माइक्रो लेवल पर बैठकें करने की तैयारी कर रहा है.
मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष ने कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना
मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान में सत्ता चाहे कांग्रेस की हो, लेकिन आम वर्ग को पिछले एक साल से किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली है. जनता में किसी प्रकार का सरकार कोई मैसेज नहीं छोड़ पाई है. कांग्रेसियों को आपस में ही लड़ने की फुर्सत नहीं है. ऐसे में आने वाले समय में निश्चित रूप से अनुसूचित जनजाति मोर्चा विशेष भूमिका निभाएगा और निकाय चुनाव में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा चेयरमैन बनाएगा.