बाड़मेर. भाई बहन के पावन पर्व रक्षा बंधन पर लोग अपनों के करीब हैं. वहीं भारत-पाकिस्तान सरहद पर बसे बाड़मेर में बेटियों ने उन कलाइयों पर राखी बांधी जिनके हाथों हमारे देश की सुरक्षा का जिम्मा है. पूरे देश में रक्षा बंधन का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है.
सरहदी जिले बाड़मेर में लायंस क्लब, सांसियो का तला विद्यालय और श्री मुल्तानमल भीखचन्द छाजेड़ कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों की कलाई पर रक्षासूत्र बांध रक्षाबंधन का त्योहार मनाया. इन्होंने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर डीआईजी हेडक्वार्टर और एक बटालियन में लोगों के साथ मिलकर त्योहार मनाया. अपने परिवार से हजारों किलोमीटर दूर अपनाइयत वाले माहौल के बीच बेटियों ने जब जवानों की कलाई पर राखियां बांधी तब चारों तरफ भारत माता की जय के नारे लगे.
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महाविद्यालय की छात्राओं ने कहा कि जश्न ए आजादी का पर्व देशभक्ति का पर्व है, ऐसे में इस दिन सरहद की सुरक्षा की अग्रिम पंक्ति की कलाई पर राखी बांधना अपने आप में गौरव का पल है. वहीं सीमा सुरक्षा बल के जवानों की कलाई पर सजती राखियों को देख कई लोग भावुक नजर आए तो सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने भी बहनों के सिर पर प्यार से हाथ रखते नजर आए.
श्रीगंगानगर: जेल में मनाया रक्षाबंधन का त्यौहार, बहनों ने बांधी जेल में कैद भाइयों को बांधी राखी
श्रीगंगानगर. सब रिश्तों एक ऐसा रिश्ता जो ना केवल आत्मीयता का रिश्ता बल्कि रक्षा करने का रिश्ता भी कहलाता है, यह रिश्ता है भाई बहन का रिश्ता. यह रिश्ता तब और मजबूत हो जाता है जब एक बहन अपने भाई की कलाई पर प्यार का धागा बांधती है, तो भाई इस धागे की लाज रखने के लिए बहन की रक्षा का प्रण लेता है. वहीं इस धागे को भाई की कलाई पर बांध कर बहन भाई की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन की भगवान से कामना करती है. दुनिया के बेहतरीन रिश्तो में से एक भाई बहन के रिश्ते को जोड़कर रखने वाला रक्षाबंधन का त्यौहार आता है तो उन भाई-बहनों की आंखें भी भर जाती है जो किसी न किसी कारण से एक दूसरे से बिछड़े हुए हैं.
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रक्षाबंधन के पर्व पर जब भाई किसी कारणवश जेल में हो तो बहनें वहां भी भाई को राखी बांधने पहुंचती है. बता दें कि श्रीगंगानगर के केंद्रीय कारागृह में अपने भाइयों को राखी बांधने आई बहनों के चेहरे पर भावुकता नजर आई. जब ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने रक्षाबंधन के त्यौहार पर भाई बहन के रिश्ते के बारे में बहनों से पूछा तो वे भावुक हो गई और रोने लगीं. केंद्रीय जेल में रक्षाबंधन उत्सव पर जेल में बंद भाइयों को बहनों ने राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की.
रक्षाबंधन व स्वतंत्रता दिवस साथ-साथ होने के अवसर पर गुरुवार की सुबह से ही बहनें अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांधने के लिए बड़ी संख्या में जेल पहुंची. रक्षाबंधन के इस आयोजन को लेकर महिला बंदियों के बीच राखी का वितरण किया गया. जेल प्रशासन ने जेल के मुख्य गेट पर राखी और मिठाइयों की व्यवस्था करवाई, ताकि दूरदराज से आने वाली बहनों को कहीं भटकना न पड़े.
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श्रीगंगानगर केंद्रीय कारागृह के जेलर रवि कुमार और कुलदीप डोटासरा ने बताया कि जेल प्रशासन की देखरेख में रक्षाबंधन के उत्सव का आयोजन किया गया है. उन्होंने बताया कि कई सालों बाद आजादी के दिन रक्षाबंधन का त्यौहार आया है. हर साल रक्षाबंधन के दिन जेल में बंद कैदियों को बहनें राखी बांधने के लिए आती है. जेल प्रबंधन का यह प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक संख्या में परिजन त्यौहार के दिन बंद कैदियों से मुलाकात कर ले. जेलर ने बताया कि जेल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों के चलते बिना परिचय पत्र के सेंट्रल जेल के भीतर बहनों को अनुमति नहीं दी.