श्रीगंगानगर. करोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन में सरकार ने ग्रीन जोन में आए श्रीगंगानगर जिले में राजस्थान रोडवेज की बसें चलाने के आदेश दिए हैं. लेकिन इसके बाद भी यात्रियों को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, बसों से सवारियों को लाने-ले जाने की पालना रोडवेज अधिकारी खुद ही नहीं कर रहे हैं. इसके चलते घड़साना कस्बे से श्रीगंगानगर एवं बीच में आने वाले जगहों की यात्रा करने वाले यात्रियों को अपने घर जाने के लिए लम्बा इंतजार करने के बाद भी सेवाएं नहीं मिल रही हैं. जिस कारण यात्रियों को भूखे-प्यासे बैठकर रोडवेज बस का इंतजार करना पड़ रहा है.
यात्रियों ने बताया कि वे कई किमी पैदल चलकर नई मंडी बस पकड़ने के लिए आते हैं, लेकिन बस स्टैंड पर बसें रुकती ही नहीं है, जिससे लोग बसों में नहीं जा पाते. लोग वहां काफी समय तक बस आने का इंतजार भी करते हैं, लेकिन राजस्थान रोडवेज के चालक और परिचालक यात्रियों को बिठाने से इनकार करते हैं.
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बता दें कि जिले में राजस्थान रोडवेज ने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान रखते हुए सभी जगह परिवहन सेवा शुरू की है. लेकिन लंबी दूरी की बसें यात्रियों को लाने ले जाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए निर्धारित संख्या में सवारियां बिठाकर लाने के चलते अब यात्री परेशान नजर आने लगे हैं.
वहीं, रावला से चलकर आने वाली बस में अगर निर्धारित संख्या में यात्री होंगे तो वह बस रास्ते में नहीं रुकेगी. मगर रास्ते में इंतजार करने वाली सवारिया बस में नहीं बैठ पाने के कारण परेशान होती है. हालांकि, ऐसा नहीं है कि बसों में सवारिया नहीं है. सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान रखते हुए निर्धारित संख्या में सवारियां बिठाने के लिए जो आदेश दिया है, उससे अधिक सवारियां बिठाकर बसों में ले जाया जा रहा है.
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घड़साना और अनूपगढ़ बस स्टैंड पर बैठे यात्रियों ने बताया कि वह घंटों तक इंतजार करते है, लेकिन बस में उन्हें बिठाकर नहीं ले जाया जाता है. इस संबंध में जब चालक और परिचालक से बात की जाती है तो वह निर्धारित संख्या में सवारियां होने की बात कहते हुए बस में बैठाने से इनकार करते हैं.