श्रीगंगानगर. पंजाब से गंगनहर में बहकर आ रहे औद्योगिक फैक्ट्रियों के केमिकल युक्त दूषित पानी को रोकने के लिए जिले में किसान संगठनों ने अब आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है. शुक्रवार को विभिन्न किसान संगठनों व सामाजिक संगठनों ने मिलकर जन संघर्ष समिति का गठन कर आंदोलन को तेज करके पंजाब, राजस्थान व केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का फैसला किया है. श्रीगंगानगर की पंचायती धर्मशाला में तमाम संगठनों के पदाधिकारियों की हुई. जिसमें पंजाब से आ रहे दूषित पानी को रोकने के लिए जन आंदोलन करने की घोषणा की गई. आमजन को आंदोलन से जोड़ने के लिए जन संघर्ष समिति आंदोलन से तीन अगस्त को सूरतगढ़ में सुभाष चौक पर लोगों से आवेदन भी लेगी. ताकि दूषित जल के खिलाफ आंदोलन में लोगों की भागीदारी को बढ़ाया जा सके.
जहरीले पानी के खिलाफ जन संघर्ष समिति श्रीगंगानगर जिले में जन जागृति यात्रा की शुरुआत करेगी. जिसके तहत 9 अगस्त को जिला कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन के लिए महापड़ाव डाला जाएगा. जन जागृति यात्रा की तैयारियों के सिलसिले में 24 जुलाई से सूरतगढ़ के सुभाष चौक पर एक हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत होगी. तो वहीं 4 अगस्त को अनूपगढ़ से पैदल यात्रा श्रीगंगानगर के लिए रवाना होगी. जो 9 अगस्त को कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर पड़ाव डालेगी. समिति के नेताओं ने कहा कि राजस्थान, पंजाब व केंद्र की सरकार जिले की जनता को कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने के लिए इस जहरीले पानी को रोके. उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर जिले का किसान, मजदूर, छात्र व व्यापारी कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान करेगा.