श्रीगंगानगर. लंबा-चौड़ा खेल मैदान और सरकार द्वारा लाखों रुपए का बजट खर्च और तमाम प्रकार की सरकारी खेल सुविधाएं श्रीगंगानगर के एकमात्र सबसे बड़े बल्लूराम गोदारा कन्या महाविद्यालय की क्रिकेट टीम को दी गयी हैं. इसके बावजूद भी यह टीम विश्वविद्यालय की ओर से हर साल करवाई जाने वाली प्रतियोगिता में एक बार भी जीत नहीं पाई है.
वहीं इस बारे में जब कोच सिसोदिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बच्चे क्रिकेट खेलना पसंद नहीं करते हैं, तभी टीम जीत नहीं पाती है. मैच से 15 दिन पहले बच्चे अभ्यास करने आते हैं. जिससे वह जीत नहीं पाते.
ऐसा नहीं है कि महाविद्यालय में किसी प्रकार की खेल सामग्री की कमी है. यहां खिलाड़ियों को अभ्यास करने के लिए लंबे चौड़े खेल मैदान के अलावा सरकार द्वारा दी जाने वाली खेल सामग्री पर्याप्त रूप से मौजूद है. लेकिन फिर भी जहां की टीम विश्वविद्यालय द्वारा हर साल करवाई जाने वाली प्रतियोगिता में पिछले 16 साल में एक बार भी ट्रॉफी नहीं जीत पाई है.
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आपको बता दें कि दूसरी तरफ शहर का एक निजी जैन कॉलेज हर बार बेहतर प्रदर्शन करके अब तक 8 बार फाइनल मैच जीत कर ट्रॉफी पर कब्जा कर चुका है. अब ऐसे में बल्लूराम गोदारा कन्या महाविद्यालय की क्रिकेट टीम को लेकर यह सवाल उठता है कि पिछले 16 सालों में एक बार भी ऐसे खिलाड़ी नहीं आये जो टीम को ट्रॉफी दिला सकें.