श्रीगंगानगर. कृषि जिंसों की खरीद फरोख्त संबंधी लागू किए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में श्रीगंगानगर जिले से किसान लगातार शामिल हो रहे हैं. जिले के किसान आए दिन दिल्ली की ओर कुच कर रहे हैं. इसी क्रम में आंदोलन में शामिल होने के लिए नई धान मंडी से किसान 11 बसों के काफिले से रवाना हुए हैं.
किसान मंगलवार की देर रात तक जयपुर-दिल्ली हाईवे के शाहजहांपुर बॉर्डर पर पहुंचकर वहां किसान आंदोलन में शामिल होंगे. आंदोलन में शामिल होने के लिए किसान क्षेत्र के गांव से बसों में सवार होकर गंगानगर नई धान मंडी पहुंचे. जहां नई धान मंडी के व्यापारियों ने किसानों को चाय नाश्ता और भोजन करवाया. इस मौके पर किसान नेताओं ने किसान विरोधी कानूनों को लेकर केंद्र सरकार को कोसा और तुरंत प्रभाव से किसान विरोधी काले कानून वापस लेने की मांग की है.
जिले से रवाना हुए किसानों को व्यापारिक संगठनों ने भी अलग-अलग तरीके से सहयोग किया है. ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मवीर डूडेजा के नेतृत्व में व्यापारियों ने रवाना होने वाले किसानों को कंबल, टेंट लगाने के लिए सामान और राशन सामग्री उपलब्ध करवाई. साथ ही रास्ते में पेयजल की व्यवस्था के लिए फिल्टर वाटर की बोतलें दी.
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इस मौके पर मजदूर संघ अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में व्यापारी और मजदूर उपस्थित थे. उधर हनुमानगढ़ जिले के किसान भी आंदोलन में शामिल होने के लिए अमर सिंहवाला, संगरिया से भी किसान शाहजहांपुर बॉर्डर के लिए रवाना होंगे.
किसान गुरलाल सिंह ने बताया कि वे शाहजहांपुर पहुंचकर किसान आंदोलन में शामिल होंगे. जब तक केंद्र सरकार काले कानून को वापस नहीं लेती आंदोलन जारी रहेगा. व्यापार मंडल की ओर से दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन दिया. व्यापारियों ने आयोजित कार्यक्रम में कड़ाके की सर्दी में दिल्ली बॉर्डर पर किसानों आंदोलनों के लिए रजाई और कंबल किसानों को भेंट किए. इस मौके पर व्यापार मंडल के पदाधिकारी भी शामिल रहे.