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श्रीगंगानगरः सादुलशहर क्रय-विक्रय सहकारी समिति में लाखों रुपये का गबन

श्रीगंगानगर के सादुलशहर में क्रय विक्रय सहकारी समिति में लाखो रुपये के गबन का मामला सामने आया है. जांच में पता चला है कि क्रय विक्रय सहकारी समिति के पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह का मकान अधूरा था. इसलिए उसने करीब उन्नीस लाख का गबन कर दिया. मामला पकड़ में आने के बाद नत्था सिंह ने पत्र लिखा और माफी मांगी है.

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क्रय-विक्रय सहकारी समिति में लाखों रुपये का गबन
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Published : Dec 5, 2019, 3:42 AM IST

Updated : Dec 5, 2019, 7:24 AM IST

सादुलशहर (श्रीगंगानगर). सादुलशहर की क्रय विक्रय सहकारी समिति में लाखो रुपये के गबन का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद समिति में हड़कंप मचा हुआ है. सादुलशहर क्रय विक्रय सहकारी समिति के पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह का मकान अधूरा था. इसलिए उसने करीब उन्नीस लाख का गबन कर दिया. मामला पकड़ में आने के बाद नत्था सिंह ने पत्र लिखा और माफी मांगी है.

क्रय विक्रय सहकारी समिति में लाखों रुपये का गबन

पूरे मामले के अनुसार नवम्बर महीने में जब कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए रुपये नहीं थे तो समिति के जीएम ने पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह और वर्तमान अकउंटेंट को पत्र लिख कर पिछले एक साल में लेनदारी और देनदारी का ब्यौरा मांगा. जिस पर नत्था सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया और वर्तमान अकउंटेंट कुलदीप सिंह ने जांच कर गबन की रिपोर्ट पेश कर दी. जैसे ही खुलासा हुआ तो नत्था सिंह ने पत्र लिखा और मकान अधूरा होने का हवाला दिया और कहा की मजबूरी में उसने गबन कर दिया. यही नहीं उसने पांच लाख रुपये भी जमा करवा दिए और बाकी के दो दिसम्बर को जमा करवाने की बात कही.

पढ़ेंः श्रीगंगानगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 33 किलो डोडा पोस्त के साथ दो गिरफ्तार

लेकिन अभी तक नत्था सिंह ने रुपये जमा नहीं करवाए और ना ही खुद समिति में आ रहा है. बुधवार को सहकारी समिति के बोर्ड अध्यक्ष ने आपात बैठक बुलाई गई. जिसमे पूरे प्रकरण की जांच एसीडी से करवाने का निर्णय लिया गया. बोर्ड ने अन्य कर्मचारियों पर संदेह जताया है और सभी को कार्यमुक्त करवाकर पिछले सालों की जांच भी करवाने का निर्णय लिया है. बता दें की नत्था सिंह कई साल पहले भी गबन के मामले में दोषी सिद्ध हो चूका है. वहीं, इस मामले में समिति के जीएम मुकेश मीणा ने कहा कि वे मानते हैं कि हर महीने समिति के अकाउंट्स को चैक नहीं किया गया, लेकिन वे इस मामले में दोषी नहीं है. वे किसी भी जांच को तैयार हैं.

सादुलशहर (श्रीगंगानगर). सादुलशहर की क्रय विक्रय सहकारी समिति में लाखो रुपये के गबन का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद समिति में हड़कंप मचा हुआ है. सादुलशहर क्रय विक्रय सहकारी समिति के पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह का मकान अधूरा था. इसलिए उसने करीब उन्नीस लाख का गबन कर दिया. मामला पकड़ में आने के बाद नत्था सिंह ने पत्र लिखा और माफी मांगी है.

क्रय विक्रय सहकारी समिति में लाखों रुपये का गबन

पूरे मामले के अनुसार नवम्बर महीने में जब कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए रुपये नहीं थे तो समिति के जीएम ने पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह और वर्तमान अकउंटेंट को पत्र लिख कर पिछले एक साल में लेनदारी और देनदारी का ब्यौरा मांगा. जिस पर नत्था सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया और वर्तमान अकउंटेंट कुलदीप सिंह ने जांच कर गबन की रिपोर्ट पेश कर दी. जैसे ही खुलासा हुआ तो नत्था सिंह ने पत्र लिखा और मकान अधूरा होने का हवाला दिया और कहा की मजबूरी में उसने गबन कर दिया. यही नहीं उसने पांच लाख रुपये भी जमा करवा दिए और बाकी के दो दिसम्बर को जमा करवाने की बात कही.

पढ़ेंः श्रीगंगानगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 33 किलो डोडा पोस्त के साथ दो गिरफ्तार

लेकिन अभी तक नत्था सिंह ने रुपये जमा नहीं करवाए और ना ही खुद समिति में आ रहा है. बुधवार को सहकारी समिति के बोर्ड अध्यक्ष ने आपात बैठक बुलाई गई. जिसमे पूरे प्रकरण की जांच एसीडी से करवाने का निर्णय लिया गया. बोर्ड ने अन्य कर्मचारियों पर संदेह जताया है और सभी को कार्यमुक्त करवाकर पिछले सालों की जांच भी करवाने का निर्णय लिया है. बता दें की नत्था सिंह कई साल पहले भी गबन के मामले में दोषी सिद्ध हो चूका है. वहीं, इस मामले में समिति के जीएम मुकेश मीणा ने कहा कि वे मानते हैं कि हर महीने समिति के अकाउंट्स को चैक नहीं किया गया, लेकिन वे इस मामले में दोषी नहीं है. वे किसी भी जांच को तैयार हैं.

Intro:सादुलशहर ( श्री गंगानगर )

अकाउंटेंट का अधूरा था मकान इसलिए कर दिया लाखों का गबन
क्रय विक्रय सहकारी समिति में हुआ लाखो का गबन
समिति के पूर्व लेखपाल नत्था सिंह का कारनामा
गबन पकड़ में आने के बाद पत्र लिख कर मांगी माफ़ी
आज बोर्ड की आपात बैठक में प्रकरण की जांच करवाने का लिया निर्णय
अन्य कर्मचारियों की भी सलिंप्तता होने का जताया संदेह

सादुलशहर ( श्री गंगानगर )

सादुलशहर की क्रय विक्रय सहकारी समिति में लाखो रुपये के गबन का मामला सामने आया है..मामले सामने आने के बाद समिति में हड़कंप मचा हुआ है...सादुलशहर क्रय विक्रय सहकारी समिति के पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह का मकान अधूरा था इसलिए उसने करीब उन्नीस लाख का गबन कर दिया..मामला पकड़ में आने के बाद नत्था सिंह ने पत्र लिखा और माफ़ी मांगी है...पूरे मामले के अनुसार नवम्बर महीने में जब कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए रुपये नहीं थे तो समिति के जीएम ने पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह और वर्तमान अकउंटेंट को पत्र लिख कर पिछले एक साल में लेनदारी और देनदारी का ब्यौरा माँगा..जिस पर नत्था सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया और वर्तमान अकउंटेंट कुलदीप सिंह ने जांच कर गबन की रिपोर्ट पेश कर दी..जैसे ही खुलासा हुआ तो नत्था सिंह ने पत्र लिखा और मकान अधूरा होने का हवाला दिया और कहा की मजबूरी में उसने गबन कर दिया..यही नहीं उसने पांच लाख रुपये भी जमा करवा दिए और बाकी के दो दिसम्बर को जमा करवाने की बात कही..लेकिन आज तक नत्था सिंह ने रुपये जमा नहीं करवाए और ना ही खुद समिति में आ रहा है... आज सहकारी समिति के बोर्ड अध्यक्ष ने आपात बैठक बुलाई.. जिसमे पूरे प्रकरण की जांच एसीडी से करवाने का निर्णय लिया गया..बोर्ड ने अन्य कर्मचारियों पर संदेह जताया है और सभी को कार्यमुख्त करवाकर पिछले वर्षो की जांच भी करवाने का निर्णय लिया है...आपको बता दे की नत्था सिंह कई वर्ष पहले भी गबन के मामले में दोषी सिद्ध हो चूका है...

वहीँ इस मामले में समिति के जीएम मुकेश मीणा ने कहा कि वे मानते हैं कि हर महीने समिति के अकाउंट्स को चैक नहीं किया गया लेकिन वे इस मामले में दोषी नहीं है..वे किसी भी जांच को तैयार हैं

बाइट-मुकेश मीणा, जीएमBody:बाइट, 1. गुरबक्श सिंह, अध्यक्ष सादुलशहर क्रय विक्रय सहकारी समिति

बाइट, 2 मुकेश मीणा, जीएम क्रय विक्रय सहकारी समिति Conclusion:वहीँ इस मामले में समिति के जीएम मुकेश मीणा का कहना है की हर महीने समिति के अकाउंट्स को चैक नहीं किया गया लेकिन वह इस मामले में दोषी नहीं है..वह कोई भी जांच करवाने को तैयार हैं...
Last Updated : Dec 5, 2019, 7:24 AM IST
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