सादुलशहर (श्रीगंगानगर). सादुलशहर की क्रय विक्रय सहकारी समिति में लाखो रुपये के गबन का मामला सामने आया है. मामला सामने आने के बाद समिति में हड़कंप मचा हुआ है. सादुलशहर क्रय विक्रय सहकारी समिति के पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह का मकान अधूरा था. इसलिए उसने करीब उन्नीस लाख का गबन कर दिया. मामला पकड़ में आने के बाद नत्था सिंह ने पत्र लिखा और माफी मांगी है.
पूरे मामले के अनुसार नवम्बर महीने में जब कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए रुपये नहीं थे तो समिति के जीएम ने पूर्व अकाउंटेंट नत्था सिंह और वर्तमान अकउंटेंट को पत्र लिख कर पिछले एक साल में लेनदारी और देनदारी का ब्यौरा मांगा. जिस पर नत्था सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया और वर्तमान अकउंटेंट कुलदीप सिंह ने जांच कर गबन की रिपोर्ट पेश कर दी. जैसे ही खुलासा हुआ तो नत्था सिंह ने पत्र लिखा और मकान अधूरा होने का हवाला दिया और कहा की मजबूरी में उसने गबन कर दिया. यही नहीं उसने पांच लाख रुपये भी जमा करवा दिए और बाकी के दो दिसम्बर को जमा करवाने की बात कही.
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लेकिन अभी तक नत्था सिंह ने रुपये जमा नहीं करवाए और ना ही खुद समिति में आ रहा है. बुधवार को सहकारी समिति के बोर्ड अध्यक्ष ने आपात बैठक बुलाई गई. जिसमे पूरे प्रकरण की जांच एसीडी से करवाने का निर्णय लिया गया. बोर्ड ने अन्य कर्मचारियों पर संदेह जताया है और सभी को कार्यमुक्त करवाकर पिछले सालों की जांच भी करवाने का निर्णय लिया है. बता दें की नत्था सिंह कई साल पहले भी गबन के मामले में दोषी सिद्ध हो चूका है. वहीं, इस मामले में समिति के जीएम मुकेश मीणा ने कहा कि वे मानते हैं कि हर महीने समिति के अकाउंट्स को चैक नहीं किया गया, लेकिन वे इस मामले में दोषी नहीं है. वे किसी भी जांच को तैयार हैं.