श्रीगंगानगर. जिले में कार्यरत 672 पंचायत सहायकों के 6 माह का मानदेय भुगतान देने की मांग को लेकर पंचायत सहायकों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया. वहीं पंचायत सहायकों ने जिला कलेक्टर मुख्यमंत्री के नाम को ज्ञापन सौंपा. साथ ही प्रदर्शनकारी पंचायत सहायकों ने चेतावनी भी दी है कि यदि आगामी तीन दिनों में उनका बकाया मानदेय नें दिया तो वे पंचायतों में कार्य बहिष्कार करके अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे.
जिला कलेक्टर को दिए ज्ञापन में पंचायत सहायकों ने आरोप लगाया है कि जुलाई माह में राज्य वित्त आयोग ने 200 करोड़ रुपये के भुगतान पंचायतराज के माध्यम से किए जाने और कार्यकाल एक वर्ष बढ़ाने की सहमति कर दी थी. पंचायत सहायकों ने पंचायतों में लगातार कार्य भी किया था. वहीं भुगतान के लिए जिला परिषद श्रीगंगानगर ने अक्टूबर माह में ही आदेश दिया है कि पंचायत सहायको को भुगतान किया जाए,लेकिन बावजूद इसके भुगतान नहीं किया जा रहा है. ऐसे में पंचायत सहायकों का 6 महिने का मानदेय बकाया है.
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वहीं पंचायत सहायकों ने बताया कि कई पंचायतों में पंचायत सहायकों से कार्य करवाया जा रहा है. लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं करवाई जा रही है. जिस वजह से पंचायत सहायकों को पिछले कई माह से मानदेय भी नहीं मिल पा रहा है. वहीं प्रदर्शनकारियों ने मांग रखी है कि रिक्त पदों पर वंचित विद्यार्थी मित्रों को समायोजित किया जाए. प्रदर्शनकारी पंचायत सहायकों ने ऐलान किया है कि अगर सरकार ने उन्हें जल्दी स्थाई नहीं किया तो फिर से विधानसभा का घेराव करेंगे.
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ज्ञापन में पंचायत सहायकों की कार्य अवधि बढ़ाने के आदेश जारी करते हुए स्थाई समाधान करने, पंचायत सहायकों का एक विभाग करते हुए उनका मानदेय 24 हजार 164 रुपए करने, पंचायत सहायक भर्ती प्रक्रिया चयन से वंचित विद्यार्थी मित्र शिक्षकों के लिए 6000 पद बढ़ाकर रोजगार उपलब्ध करवाने, सर्वोच्च न्यायालय में अटकी विद्यालय सहायक भर्ती की पैरवी करवा कर स्थाई रोजगार उपलब्ध करवाने आदि की मांग की है. साथ ही पंचायत सहायकों ने चेतावनी दी है कि अगर 3 दिन में उनके मानदेय का भुगतान नही किया गया तो वे जिला परिषद कार्यलय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे.