श्रीगंगानगर. राज्य सरकार ने लोगों की परेशानी को देखते हुए राजस्थान रोडवेज की बस सेवा शुरू करने के आदेश दे रखे हैं, लेकिन जिला प्रशासन के निर्देश पर बसें नहीं चलने से एक ओर जहां हर रोज यात्री परेशान है, वहीं रोडवेज का घाटा भी दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. श्रीगंगानगर डिपो की करीब 130 बसों के पहिए करीब ढाई माह से रुके हुए हैं.
हालांकि जिले के ग्रीन जोन में रहने के चलते लॉकडाउन 3 के दौरान जिले में बस सेवा शुरू की गई थी, लेकिन शहर में पॉजिटिव मरीज आने के बाद जिला कलेक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के निर्देश पर बस सेवा बंद कर दी गई है. राज्य सरकार ने लॉकडाउन 4 में भी बस सेवा शुरू करने के लिए राजस्थान रोडवेज निगम को शर्तो के साथ राहत दी थी, लेकिन जिला प्रशासन ने सेवा शुरू करने पर रोक लगाकर लोगों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है.
वहीं रोडवेज प्रबंधन बसों में पुरे नियमों को पालना करवाकर यात्रियों को सफर करवा रहा है, ताकी किसी प्रकार का संक्रमण नहीं फैले. जिला प्रशासन के निर्देश पर श्रमिकों-विद्यार्थियों के लिए चलाई गई बसों से श्रमिक और विद्यार्थी बाहर से आने के बाद अब यह सेवा भी बंद है. फिलहाल जिला मुख्यालय से जयपुर के अलावा हरिद्वार के लिए मोक्ष कलस नाम से बस चलाई जा रही है.
हरिद्वार के लिए चल रही बस में केवल अस्थियां विसर्जन करने वाले परिवार ही निशुल्क हरिद्वार जा सक्ते है, जिसके लिए पहले ऑनलाइन बुकिंग करवानी पड़ेगी. 30 सवारियां पूरी होने के बाद ही बस हरिद्वार के लिए भेजी जा रही है. वहीं जयपुर के लिए रोजाना चल रही बस में भी ऑनलाइन टिकट बुक करवाने के बाद ही सफर किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें- Corona Update: प्रदेश में कोरोना के 298 नए मामले, कुल पॉजिटिव आंकड़ा 8365
राजस्थान रोडवेज के ट्रैफिक इंस्पेक्टर रवि पूनिया ने बताया कि जिले में बस सेवा चालू करने के लिए फिलहाल जिला प्रशासन से किसी प्रकार का निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है, जिसके चलते जिले में बस सेवा अभी शुरू नहीं की गई है. वहीं जयपुर और हरिद्वार के लिए रोडवेज प्रशासन की तरफ से रोजाना 2 बसे चलाई जा रही हैं, जिसमें ऑनलाइन बुकिंग के बाद ही सफर किया जा सकता है.
वहीं सफर करने वाले यात्रियों को सैनिटाइज और मास्क का इस्तेमाल करना अनिवार्य किया गया है. इसके साथ ही बस में बैठने से पहले यात्रियों का तापमान और स्वास्थ्य जांच कर पूरी तरह से स्क्रीनिंग की जाती है, ताकि किसी प्रकार की दिक्कत के चलते संक्रमण फैलने की आशंका नहीं हो.