श्रीगंगानगर. कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान संवाद करने पदमपुर में किसानों के बीच पहुंचे, तो वहीं किसानों से किए वादों को पूरा करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन कर उनके दौरे का विरोध प्रकट किया.
भारतीय जनता पार्टी ने बींझवायला में सदबुद्धि यज्ञ का आयोजन किया. यज्ञ में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की. जिससे वे अपने घोषणापत्र के प्रमुख वादे लागू करके प्रदेश की जनता को राहत प्रदान करें. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया.
जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड ने कहा कि राहुल गांधी और अशोक गहलोत ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था कि 10 दिनों में प्रदेश के किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ कर दिया जाएगा और बेरोजगारों को 3500 रुपये प्रतिमाह भत्ता दिया जाएगा है, लेकिन 800 दिनों के बाद भी वादे पुरे नहीं किए और बिजली की दरों में भारी बढ़ोतरी कर जनता को त्रस्त किया है. जिलाध्यक्ष ने कहा जिले में सिंचाई व्यवस्था ठप है. अपराधिक गतिविधियां पूरे राजस्थान में बढी है.
ग्राम पंचायतों को फंड नहीं मिल रहा है. केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रदेश में सरकार लागू नहीं कर रही है, इसे जनता को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी ओर अशोक गहलोत ने अपनी सभाओं को किसान सभाओं का नाम तो दिया, लेकिन किसानों की भलाई के लिए कुछ भी नही बोला और ना ही आम नागरिक या किसानों के किसी शिष्टमंडल से मुलाकात की.
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भाजपा ने कहा कि यहां कांग्रेस का सम्मेलन आयोजित किया गया है. जिसमें केवल कृषि कानूनों को लेकर लोगों को बरगलाने की बाते करते रहे. चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार आमजन को सस्ती बिजली, पेट्रोल डीजल पर पंजाब के बराबर वैट टैक्स, मजदूरों और किसानों को सिंचाई के पानी की समस्या का हल और मंडी के छोटे व्यपारियों के लिए मंडी टैक्स कम किया जाएगा, लेकिन जनता की उम्मीदों पर पानी फेर किसी प्रकार की राहत की घोषणा तक भी नहीं कि बल्कि जनता को मूर्ख बना कर धोखा देकर कांग्रेस की सभा का आयोजन किया.