सीकर. कोरोना के संक्रमण से पूरा देश जूझ रहा है. प्रदेश में भी इसके आंकड़े रोज बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगातार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें काम में लगी हुई है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों के सैंपल लेने और उनके इलाज करने के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग की ओर से कई तरह के सर्वे भी करवाए जा रहे हैं.
इसी के तहत कम इम्युनिटी वाले लोगों को चिन्हित करने या इस तरह के लोग जो किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं. उनको चिन्हित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग में इस अभियान को 'मिशन लिसा' का नाम दिया है. वैसे तो इस अभियान में सीकर जिला प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है. लेकिन जो आंकड़े सामने है वह बहुत चिंतित करने वाले हैं.
जानकारी के मुताबिक 'मिशन लिसा' के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने घर-घर जाकर लोगों का सर्वे किया है. इस सर्वे में उन लोगों को शामिल किया गया है जो हाइपरटेंशन, शुगर, ब्लड प्रेशर, या किसी भी तरह की लीवर किडनी इंफेक्शन जैसी बीमारी से पीड़ित है. उन लोगों को भी शामिल किया गया है जो कमजोर इम्युनिटी वाले माने जा सकते हैं. जिले में स्वास्थ्य विभाग ने इस तरह के 7 लाख से ज्यादा लोगों को चिन्हित किया है.
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2011 की जनगणना के अनुसार सीकर जिले में 25 लाख की आबादी थी. वर्तमान में जिले में करीब 30 लाख की आबादी मानी जाती है. इनमें से 7 लाख से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने चयनित किए है. यह वह लोग है जो जल्दी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं. इन आंकड़ों पर गौर करें तो हर चौथा व्यक्ति किसी ना किसी समस्या से पीड़ित है. ऐसे में अगर कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड होता है तो फिर गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
अब तक 2275 पॉजिटिव...
सीकर जिले में अब तक 2275 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. पिछले काफी दिनों से यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है और हर दिन 80 से लेकर 100 लोग पॉजिटिव आ रहे हैं. जिले में अब तक 1681 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. जबकि 568 लोगों का अलग-अलग जगह इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लगातार जिले में सैंपल ले रही हैं और अब तक 73 हजार से ज्यादा सैंपल लिए जा चुके हैं.
चिन्हित लोगों को सावधान रहने की जरूरत
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जिन लोगों को सर्वे में चयनित किया गया है, उन्हें ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. सिस्टम कमजोर किसी ना किसी तरीके से है. सभी सरकार के द्वारा जारी की गई गाइडलाइन की पालना करना जरूरी है.