धोद (सीकर ). अचानक बदले मौसम के मिजाज के साथ ही धोद के लोसल इलाके में शाम को भयंकर ओलावृष्टि हुई. जिसमें किसानों की फसलें बर्बाद हो गई. किसानों ने बताया कि इलाके में करीब आधे घंटे तक नींबू से बड़े आकार के ओले गिरे. उन्होंने बताया कि इतनी ओलावृष्टि हुई कि पूरी जमीन बर्फ से ढक गई.
भारी ओलावृष्टि से किसानों की प्याज, गोभी, सब्जी की फसलों सहित गेहूं, सरसों, जौ, चना आदि की फसलें भी बर्बाद हो गईं. साथ ही किसानों ने बताया कि इलाके में करीब 80-90 प्रतिशत फसलें खराब हुई हैं. इस ओलावृष्टि में बड़ी संख्या में पक्षियों की भी मौत हुई है. पेड़-पौधों पर लगे पत्ते भी झड़कर जमीन पर गिर गए.
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वहीं कुछ किसानों ने कर्ज लेकर फसलों की बुआई की थी. लेकिन ओलावृष्टि ने किसानों की फसलें ही खत्म कर दी. जिससे किसानों का कर्ज चुकाना मुश्किल है. ओलावृष्टि से बर्बाद हुए किसानों के सामने अब सरकार से सहायता के अलावा कुछ भी नहीं बचा है. किसानों ने बताया कि वह अभी प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाएंगे.
राजसमंद में बदला मौसम का मिजाज, बारिश से बढ़ी सर्दी
राजसमंद के देवगढ़ लसानी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में गुरुवार देर शाम को मौसम का मिजाज बदला और तेज हवा के साथ रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ जो कि झमाझम बारिश में बदल गया. जहां एक और बेमौसम बारिश से किसानों को फसल खराब होने की चिंता मंडरा रही है. वहीं दूसरी तरफ राजसमंद के बाशिंदों को भी सर्दी के तीखे तेवरों से और ज्यादा सामना करना पड़ रहा है.
वहीं बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट आई. जहां अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं न्यूनतम तापमान भी 10 डिग्री सेल्सियस जा पहुंचा. देखना होगा कि बेमौसम हुई बारिश के कारण किसानों को कितनी समस्या होती है. क्योंकि जहां उनकी फसलों को इस बारिश से खराब होने की चिंता मंडरा रही है.