सीकर. शहर के दो परिवारों ने एक अनोखी पहल कर बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया है. जिन्होंने दूल्हा और दुल्हन की एक साथ बिंदोरी निकाली. बता दें कि अमूमन दूल्हे की बिंदोरी निकाली जाती है, लेकिन कई जगह दुल्हन की बंदोरी भी निकाली जाने लगी है. यह पहला मौका है जब दूल्हा-दुल्हन की एक साथ बंदोरी निकाली गई.
शहर में नवलगढ़ रोड पर रहने वाले भागीरथ सिंह खीचड़ और उनकी पत्नी कमला दोनों सीकर में ही पुलिस में नौकरी करते हैं. इनके बेटे अभिषेक की शादी सीकर में ही रहने वाले हरदेवाराम पिलानिया की बेटी सुमन से तय हुई है. 16 मार्च को दोनों की शादी होने वाली है, लेकिन इससे पहले शनिवार रात दोनों परिवारों ने मिलकर एक साथ बेटे और बेटी की बिंदोरी निकाली.
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वहीं दूल्हे की मां और दुल्हन के पिता ने बताया कि यह बिंदोरी समाज को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के लिए निकाली गई है. आज समाज का फर्ज बनता है कि बेटे बेटी में कोई फर्क नहीं करें और दोनों को एक समान दर्जा मिले इसीलिए यह कदम उठाया गया.