सीकर. मध्य प्रदेश के गुना जिले से 2 महीने पहले सीकर में प्याज की खुदाई के लिए आए 47 मजदूर मंगलवार को पैदल ही यहां से अपने घर के लिए निकल पड़े. यह मजदूर आस-पास के गांव में मजदूरी कर रहे थे. लेकिन सीकर पहुंचते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनकी जांच की और सभी को क्वॉरेंटाइन कर दिया.
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के गुना जिले से हर साल यह मजदूर प्याज की खुदाई और गेहूं की कटाई के लिए आते हैं. यहां पर फसल कटाई का काम पूरा होने के बाद इन्हें वापस अपने गांव जाना था. लेकिन लॉकडाउन के चलते नहीं जा पाए. गांव के लोगों ने उन्हें बताया था कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खुल जाएगा.
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इस वजह से मंगलवार को सुबह-सुबह यह लोग किसी से पूछे बिना ही पैदल सीकर से रवाना हो गए. सीकर में नवलगढ़ पुलिया के पास पहुंचे तो स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की नजर उन पर पड़ी और इनकी जांच की गई. जांच के दौरान इनमें से कुछ मजदूरों के बुखार और खांसी के लक्षण पाए गए. जो कि कोरोना वायरस के लक्षण हो सकते हैं. इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन मजदूरों को क्वॉरेंटाइन कर दिया. वहीं उनके बाकी साथियों को भी यहीं अलग रहने की सलाह दी.