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सीकर से पैदल निकले मध्य प्रदेश के 47 मजदूर, स्वास्थ्य विभाग ने किया क्वॉरेंटाइन

सीकर के गांवों में मध्य प्रदेश के गुना से आए मजदूर मंगलवार को पैदल ही अपने-अपने घरों की ओर निकल पड़े. वहीं सीकर की नवलगढ़ पुलिया के पास पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की नजर उन पर पड़ी और इनकी जांच की गई. जिसमें इनमें से कुछ के अंदर खांसी-जुकाम जैसे लक्षण भी पाए गए हैं. जिनको क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है.

सीकर से पैदल निकले मजदूर, Laborers set out on foot from Sikar
सीकर से पैदल निकले मजदूर
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Published : Apr 14, 2020, 7:04 PM IST

सीकर. मध्य प्रदेश के गुना जिले से 2 महीने पहले सीकर में प्याज की खुदाई के लिए आए 47 मजदूर मंगलवार को पैदल ही यहां से अपने घर के लिए निकल पड़े. यह मजदूर आस-पास के गांव में मजदूरी कर रहे थे. लेकिन सीकर पहुंचते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनकी जांच की और सभी को क्वॉरेंटाइन कर दिया.

सीकर से पैदल निकले मध्य प्रदेश के 47 मजदूर

जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के गुना जिले से हर साल यह मजदूर प्याज की खुदाई और गेहूं की कटाई के लिए आते हैं. यहां पर फसल कटाई का काम पूरा होने के बाद इन्हें वापस अपने गांव जाना था. लेकिन लॉकडाउन के चलते नहीं जा पाए. गांव के लोगों ने उन्हें बताया था कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खुल जाएगा.

पढ़ें: कोरोना संकट के बीच जयपुर में दिखी 'गंगा-जमुनी तहजीब', हिंदू की मौत पर मुस्लिम भाइयों ने दिया कंधा

इस वजह से मंगलवार को सुबह-सुबह यह लोग किसी से पूछे बिना ही पैदल सीकर से रवाना हो गए. सीकर में नवलगढ़ पुलिया के पास पहुंचे तो स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की नजर उन पर पड़ी और इनकी जांच की गई. जांच के दौरान इनमें से कुछ मजदूरों के बुखार और खांसी के लक्षण पाए गए. जो कि कोरोना वायरस के लक्षण हो सकते हैं. इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन मजदूरों को क्वॉरेंटाइन कर दिया. वहीं उनके बाकी साथियों को भी यहीं अलग रहने की सलाह दी.

सीकर. मध्य प्रदेश के गुना जिले से 2 महीने पहले सीकर में प्याज की खुदाई के लिए आए 47 मजदूर मंगलवार को पैदल ही यहां से अपने घर के लिए निकल पड़े. यह मजदूर आस-पास के गांव में मजदूरी कर रहे थे. लेकिन सीकर पहुंचते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इनकी जांच की और सभी को क्वॉरेंटाइन कर दिया.

सीकर से पैदल निकले मध्य प्रदेश के 47 मजदूर

जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के गुना जिले से हर साल यह मजदूर प्याज की खुदाई और गेहूं की कटाई के लिए आते हैं. यहां पर फसल कटाई का काम पूरा होने के बाद इन्हें वापस अपने गांव जाना था. लेकिन लॉकडाउन के चलते नहीं जा पाए. गांव के लोगों ने उन्हें बताया था कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खुल जाएगा.

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इस वजह से मंगलवार को सुबह-सुबह यह लोग किसी से पूछे बिना ही पैदल सीकर से रवाना हो गए. सीकर में नवलगढ़ पुलिया के पास पहुंचे तो स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की नजर उन पर पड़ी और इनकी जांच की गई. जांच के दौरान इनमें से कुछ मजदूरों के बुखार और खांसी के लक्षण पाए गए. जो कि कोरोना वायरस के लक्षण हो सकते हैं. इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन मजदूरों को क्वॉरेंटाइन कर दिया. वहीं उनके बाकी साथियों को भी यहीं अलग रहने की सलाह दी.

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