नागौर. जिले के साथ ही प्रदेशभर में पिछले दिनों सड़क हादसे और उनमें मौत के मामलों में लगातार इजाफा हुआ है. इस बीच प्रदेश के पूर्व परिवहन मंत्री यूनुस खान ने केंद्र सरकार के संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट को प्रदेश में लागू नहीं करने पर सूबे की सरकार को आड़े हाथ लिया है.
केंद्र सरकार के संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट को प्रदेश में लागू नहीं करने के फैसले को लेकर पूर्व परिवहन मंत्री यूनुस खान ने सूबे की गहलोत सरकार पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं पूरे देश के लिए चिंता का विषय है. सरकार किसी की भी हो, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए निरंतर और लगातार प्रयास होते रहने चाहिए.
यूनुस खान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि सरकार बदलने के बाद लोग जो भी मंत्री बनते हैं. वो इन चीजों को दलों में या राजनीति में ले जाकर के ऐसे अभियानों को बंद कर देते हैं. केंद्र सरकार ने जब मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन किया. उसको प्रदेश की वर्तमान सरकार ने लागू नहीं किया.
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यूनुस खान पिछले दिनों हुए एक हादसे में चार युवकों की मौत के बाद उनके परिजनों से मिलने डीडवाना पहुंचे. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं माननीय मुख्यमंत्री जी और मंत्री जी से अपील करूंगा कि इसमें वो राजनीति नहीं करें. उन्होंने कहा कि साढ़े दस हजार मौतें हर साल प्रदेश में और पूरे देश मे एक लाख 55 हजार मौते होती हैं. जो चिंता का विषय है. इसीलिए हमने अमेंडमेंट किए और रोड सेफ्टी के लिए जो काम किए, उनको रोक देना न्यायोचित बात नहीं है.
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दरअसल, पूर्व मंत्री उस परिवहन मंत्रियों की उस कमेटी के अध्यक्ष थे. जिनकी सलाह पर ही मोटर व्हीकल एक्ट को सख्त बनाया गया था. राज्य सरकार द्वारा नए मोटर व्हीकल एक्ट में खामी बताकर एक्ट लागू नहीं करने की बात पर खान ने कहा कि उन्होंने एक्ट को पढ़ा ही नहीं. खान ने आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भी सरकार राजनीति ढूंढ रही है.