नगौर. जिले के बासनी में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम बीकानेर की टीम के साथ बासनी गांव पहुंची. WHO की टीम ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की. कलेक्टर ने सभी को गांव के हालात से WHO को रूबरू करवाया. बता दें कि कोरोना का पहला मरीज मिलने के बाद गांव को कर्फ्यू लगा दिया गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम का नेतृत्व कर रही डॉ. प्रियंका शर्मा ने कोरोना पॉजिटिव सेक्स के वार्ड का दौरा किया और बासनी गांव के हालात का जायजा लिया. डॉ. प्रियंका शर्मा ने नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव से बासनी में चिकित्सा महकमें को संसाधन बढ़ाने की जरूरत बताया. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने स्वास्थ्य विभाग को बैठक में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सुकुमार कश्यप, वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर मुस्ताक खान भी इस दौरान मौजूद रहे.
32 टीमें लगातार कर रही सर्वे
बासनी में 7 चिकित्सक 100 मेडिकल स्टाफ के साथ 32 टीमें द्वारा घर-घर सर्वे कर रहे हैं. सर्वे टीम द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण वाले मरीजों का डाटा तैयार करने में जुट गई है. इसके साथ ही बचाव और रोकथाम के उपाय के बारे में आम बासनी वासियों को जानकारी भी दे रही है.
यह भी पढ़ें : लॉकडाउन में कैसे रखें दिल का ख्याल, जानिए डॉ. अशोक गर्ग से...
डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों के द्वारा कोरोना पॉजिटिव पाए गए शख्स के कांटेक्ट में आए लोगों को आइसोलेट करके 14 दिन तक निगरानी में रखेंगे. अब मरीजों को ट्रेस कर सैंपल लिया जाएगा. टीम द्वारा घर-घर का सर्वे में आमजन में खांसी-जुकाम-बुखार आदि होने पर उनका यथासंभव उपचार घर में ही किया जा रहा है.
बता दें कि नागौर के बासनी में कोरोना पॉजिटिव युवक मिलने के बाद उसे जयपुर में भर्ती किया गया है. इसके साथ ही अन्य परिवार के 8 सदस्यों को भी नागौर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. जिले भर से करीब 34,500 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है.