नागौर. जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव की अध्यक्षता में 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' अभियान को लेकर टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में जिले की निर्वाचित महिला सरपंचों के साथ अब उप सरपंचों को जोड़ने की कवायद शुरू करने पर चर्चा हुई.
इस बैठक में महिलाओं और बालिकाओं के जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई. इस मौके पर नागौर के जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने कहा कि कोरोना की वजह से नागौर में 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' अभियान को एक बार फिर से गति दी जाएगी.
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इसको लेकर प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर बैठकों का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही इस योजना के साथ महिला सरपंच और उपसरपंच को भी जोड़ा जाएगा. ग्रामीण इलाकों की किसी भी क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाली महिलाओं को इस अभियान से जोड़ा जाएगा.
उन्होंने कहा कि कई ग्राम पंचायतों पर हाल में महिला सरपंच भी निर्वाचित होकर आई है. ऐसे में महिला सरपंच अगर अपने क्षेत्र में इस योजना से जुड़कर प्रचार प्रसार करेगी. जिससे लोगों को जागरूक किया जाएगा.
इस अभियान को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी रूप से सफल बनाने पर जोर दिया गया है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते महिलाओं पर भी प्रभाव पड़ा है. ऐसे में महिलाओं के विकास के मुद्दे को गति दी जाएगी और योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाएगा.
सरकार की 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' योजना में मुख्य उद्देश्य बाल लिंगानुपात की गिरावट को दूर करना है. वहीं, नागौर जिला प्रशासन महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा को रोकने और ऑपरेशन मुस्कान जैसी योजनाओं के प्रचार-प्रसार के बारे में चर्चा की जाएगी.
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इस अभियान के तहत नागौर जिले में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और यौन हिंसा के बारे में भी जागरूक करने के लिए नागौर जिले में जागरूकता अभियान फिर से शुरू किया जाएगा.