नागौर. कोई भूखा नहीं सोए के संकल्प को साकार करने की दिशा में सरकार के आदेशों के बाद गुरुवार को नागौर जिले के 15 जगहों पर इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत हो रही है. नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने यह जानकारी दी है. नागौर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए रसोइयों पर सभी आवश्यक प्रावधान किए गए हैं. भोजन ग्रहण करने वालों से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाने और केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कोरोना महामारी के संबंध में जारी दिशा निर्देशों की पालना आवश्यक रूप से कराई जाएगी.
सभी रसोइयों को प्रतिदिन सैनिटाइज किया जाएगा. रसोई में कार्यरत कार्मिको को कोरोना महामारी के संबंध में जारी सभी दिशा निर्देशों की पालना करनी होगी. समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की भी जांच की जाएगी. इस योजना में कोई भी व्यक्ति, संस्था, कॉर्पोरेट फार्म आदि आर्थिक सहयोग कर सकेंगे. नागौर नगर परिषद क्षेत्र में नागौर कलेक्ट्रेट रोड, गांधी चौक स्थित पुराना तहसील कार्यालय और पुराने बस स्टैंड पर गरीब और जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में शुद्ध पौष्टिक भोजन मिलेगा.
योजना के संचालन के पहले दिन स्वंयसेवी संस्थाओं एवं स्वयंसेवी संगठनों भामाशाह द्वारा भागीदारी के प्रयास से जिला प्रशासन इंदिरा रसोई योजना के पहले दिन का भोजन दिया जाएगा. इसके तहत नागौर जिला प्रशासन जिला स्तरीय कमेटी का गठन कर लिया है. नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि नागौर नगर परिषद और मकराना नगर परिषद इलाकों में तीन-तीन स्थानों पर शुरुआत होगी. इसके साथ ही अन्य नगरीय निकाय क्षेत्र यानी 9 नगरपालिका में भी इसकी शुरुआत 20 अगस्त से हो रही है.
यह भी पढ़ें- CM के भाई अग्रसेन गहलोत ने ED की कार्यवाही को दी हाईकोर्ट में चुनौती
इसके तहत एसडीम आयुक्त अन्य कार्मिकों की कमेटी बना दी गई है. नागौर कलेक्ट्रेट रोड स्थित पुराने रेन बसेरा, गांधी चौक स्थित पुराने तहसील कार्यालय और पुराना बस स्टेंड पर इंदिरा रसोई स्थापित की गई है. गरीबों और जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में प्रति थाली 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी चपाती आचार के मेन्यू निर्धारित किए गए हैं.
नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए रसोइयों में आवश्यक प्रावधान किए जाएंगे. योजना की IT आधारित मॉनिटरिंग की जाएगी. लाभार्थियों द्वारा भोजन का कूपन लेते ही मोबाइल पर एसएमएस की सूचना मिलेगी. मोबाइल ऐप और सीसीटीवी से इंदिरा रसोई योजना की जिला स्तरीय कमेटी द्वारा निगरानी की जाएगी.