नागौर. शहर में अब पुराने बिजली के मीटर की छुट्टी होने वाली है. जल्द ही स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. इस मीटर को लगाने के लिए सरकारी एजेंसी की ओर से सर्वे का काम तेजी से किया जा रहा है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यह सर्वे पूरे होने के बाद योजनाबद्ध तरीके से मीटर लगाए जाने का काम किया जाएगा. इसमें उपभोक्ता अपने हिसाब से प्रीपेड एवं पोस्टपेड दोनों ही प्रकार के मीटर लगवा सकेंगे. बताया जा रहा है कि 18 वाट से कम होने की स्थिति में सभी के यहां यह मीटर लगाए जाएंगे. शहर में तकरीबन 25 से 30 हजार मीटर लगाए जाने की योजना है.
वहीं बिल रीडिंग नहीं आने और औसत बिल के हिसाब से उपभोक्ताओं से होने वाली वसूली पर अब ब्रेक लगेगा. इस माह से शहर में करीब 30 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना है. स्मार्ट बिजली मीटर मोबाइल फोन की तरह प्रीपेड और पोस्टपेड होंगे. उपभोक्ता अपनी पसंद के हिसाब से सेवा का विकल्प चुन सकेंगे. निगम के अनुसार पोस्टपेड बिलों की बिलिंग ऑनलाइन होगी. निगम अभियंताओं का दावा है कि स्मार्ट मीटर लगाने का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
यह मीटर ईएसएल कंपनी की ओर से लगाए जाएंगे. कंपनी की ओर से फिलहाल शहर क्षेत्री में सर्वे का काम अंतिमत चरण में चल रहा है. कंपनी ही इन मीटरों की आठ साल तक रख-रखाव करेगी. एक स्मार्ट मीटर की कीमत करीब छह हजार रुपए बताई जा रही है. निगम के सहायक अभियंता अर्जुन सिंह ने बताया कि प्रीपेड मीटर से खपत से पहले राशि जमा होगी. पोस्टपेड में मीटर रीडिंग की आवश्यकता नहीं रहेगी. मीटर रीडिंग, बिल बांटने, प्रिटिंग आदि का खर्चा बचने से निगम को आर्थिक तौर पर भी फायदा होगा.
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वहीं ऑनलाइन मॉनिटरिंग से बिजली चोरी पर भी लगाम लगेगी. उपभोक्ता एडवांस में भी मीटर को रिचार्ज करवा सकते हैं. रिचार्ज की राशि खत्म होने से पहले उपभोक्ता के पास मैसेज आएगा. वहीं जो उपभोक्ता दो महीने में बिल भरना चाहते हैं, उनको मीटर संबंधी शिकायतों के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.