नागौर. अखिल राजस्थान लैबोरेटरी टेक्नीशियन कर्मचारी संघ ने मंगलवार को अपनी लंबित मांगों की लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान संघ के जिलाध्यक्ष बीरमाराम मुरावतिया और संयोजक धर्मवीर सिंह राठौड़ ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि कोरोना महामारी के दौरान लैब टेक्नीशियन कर्मचारी फ्रंट वॉरियर्स के रूप में कार्य किया.
कोरोना मरीजों के सैंपल लेने के साथ ही सर्वे के कार्य में भी लैब टेक्नीशियन कर्मचारियों द्वारा अहम भूमिका निभाई जा रही है. लैब टेक्नीशियन कर्मचारियों द्वारा अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों के सैंपल लेने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन इन सबके बावजूद भी लैब टेक्नीशियन की वाजिब मांगों को सरकार पूरा नहीं कर रही है. इसके साथ ही सरकार द्वारा लैब टेक्नीशियन कर्मचारियों की सेवाओं को मध्य नजर रखते 25 रुपये प्रोत्साहन राशि देने की जो घोषणा की गई थी, वह भी अब तक कर्मचारियों को नहीं मिली है.
कोविड में कार्य करने वाले लैब टेक्नीशियन संवर्ग को प्रतिदिन 100 रुपये का भुगतान करने के आदेश होने के बावजूद भुगतान नहीं हो पा रहा है. कोरोना संदिग्धों के आरटीपीसीआर एप पर ऑनलाइन एंट्री करने के लिए लैब टेक्नीशियन संवर्ग को मोबाइल डाटा हेतु माह मई और जून के लिए प्रति माह 500 रुपये के भुगतान के आदेश होंने के बावजूद जिले में किसी भी लैब टेक्नीशियन को भुगतान नहीं हुआ है.
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ऐसे में लैब टेक्नीशियन कर्मचारियों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि उन्हें जो वेतन सरकार द्वारा दिया जा रहा है. उनसे उनका गुजर बसर नहीं हो रहा है. ऐसे में लैब टेक्नीशियन कर्मचारियों द्वारा सरकार से उनकी बकाया राशि देने साथ ही को पूरा करने की मांग की गई है. इसके साथ ही संवर्ग की लैब टेक्नीशियन से सीनियर लैब टेक्नीशियन पद पर लंबित पदोन्नति प्रक्रिया चल रही है. उसको जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की गई है.